उदयपुर। मिलावटी एवं अमानक खाद्य पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने हेतु जिले में संचालित शुद्ध के लिए युद्ध अभियान shudh ke liye yudh abhiyan rajasthan के तहत गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डिकॉय ऑपरेशन को अंजाम देते हुए नकली घी बेचते दो युवतियों को उदयपुर में पकड़ा।
टीम का नेतृत्व स्वयँ सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने किया एवं फतहपुरा इलाके में सेवा मंदिर के पास नकली घी बेच रही दो युवतियों को पकड़ इस कार्रवाई को अंजाम दिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा फोन पर बताया गया कि फतहपुरा इलाके के आसपास कुछ महिलाओं द्वारा 200 से 250 रुपय किलो में नकली घी बेचा जा रहा है। जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी अशोक गुप्ता को कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया एवं अंबामाता थाने से संपर्क कर मय महिला कॉन्स्टेबल के पुलिस जाब्ते की व्यवस्था की गई। शिकायतकर्ता द्वारा बताई गई जगह पर छानबीन करने पर सेवा मंदिर के सामने दो युवतियां पांच- पांच किलो के कंटेनर में नकली घी बेचते मिली। पूछताछ करने पर इन युवतियों के पास ना तो फूड लाइसेंस मिला एवं ना ही इस बारे में वे कोई संतोषप्रद जवाब दे पाई। टीम द्वारा मौके पर ही उक्त माल को जप्त कर युवतियों को पूछताछ हेतु महिला कॉन्स्टेबल के साथ अंबामाता थाने में लाया गया जहां पर मिलावटी घी के नमुनिकरण सहित अन्य आवश्यक कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
पूछताछ के दौरान पता चला कि उक्त दोनों युवतियां रेलवे स्टेशन के पास शिवाजी नगर कच्ची बस्ती की रहने वाली हैं पिछले कई दिनों से घर घर जाकर नकली घी बेचने का काम कर रही है।
खराड़ी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जब भी आप कोई खाद्य पदार्थ, घी, तेल इत्यादि खरीदे तो प्रमाणित जगह से ही खरीदें एवं इसका बिल अवश्य प्राप्त करें। जहां पर भी आपको मिलावटी वस्तुएं बेचने की शंका हो तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देवे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई इस कार्यवाही में महिला कांस्टेबल मीरा यादव, कांस्टेबल संदीप कुमार, हेल्थ इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश पूर्बिया शामिल रहे।