उदयपुर। लेकसिटी उदयपुर में आगामी 5 से 7 दिसंबर को आयोजित होने वाली जी-20 शेरपा बैठक G20 sherpa meeting के सफल आयोजन की तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को विदेश मंत्रालय जी-20 सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिले के प्रशासनिक, पुलिस व संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित की गई। लगभग तीन घंटों तक चली इस मैराथन बैठक में जी-20 शेरपा बैठक के सफल आयोजन के लिए वीआईपी आवागमन, प्रोटोकॉल, पर्यटन स्थलों के भ्रमण, सड़कों के सुदृढ़ीकरण, शहर सौंदर्यीकरण, झीलों की सफाई, सुरक्षा, समन्वय, बैठक आयोजन से जुड़े तमाम विषयों पर गहन चर्चा की और संबंधित विभागीय अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
पूरे राजस्थान और देश के लिए गौरव का विषय है: राजेन्द्र भट्ट
बैठक के आरंभ में संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने जी-20 सचिवालय के अधिकारियों को आयोजन से जुड़ी तैयारियों की जानकारी दी और कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आयोजन उदयपुर ही नहीं अपितु संपूर्ण राजस्थान और हिंदुस्तान के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि शेरपा सम्मेलन के लिए जिला प्रशासन व विभागीय अधिकारी पूर्ण मुस्तैदी से जुटे हुए हैं और आयोजन से पूर्व समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि कुंभलगढ़ फोर्ट पर लाईटिंग के लिए पुरातत्व विभाग को पत्र भेजा गया है। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला स्तरीय समिति तैयार करने, संबंधित इवेंट मैनेजमेंट कंपनी प्रतिनिधियों व होटेलियर्स की बैठक लेकर समन्वय स्थापित करने की बात कही। उन्होंने आश्वस्त किया कि हर हाल में इस आयोजन को भव्य व ऐतिहासिक बनाने के लिए टीम उदयपुर तत्पर है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे: प्रफुल्ल कुमार
पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार ने अधिकारियों को तैयारियों के साथ कानून व सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजामों और अन्य व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इस आयोजन में शरीक हो रहे 20 प्रमुख देशों से अधिकारी-अतिथियों के जेड प्लस सुरक्षा के साथ अन्य आवश्यक इंतजामों के बारे में अवगत कराया और कहा कि सरकार के निर्देशों के अनुरूप सभी प्रकार के सुरक्षा इंतजाम प्रावधानों के अनुरूा किए जाएंगे।
दुनिया के सामने नजीर रखे उदयपुर – नायडू
बैठक में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव नगराज नायडू बोले कि उदयपुर के लिए यह बड़ा अवसर है इस आयोजन में संसार के सबसे प्रभावशाली 20 देशों के लोग उदयपुर आएंगे ऐसे में उदयपुर की अंतर्राष्ट्रीय पहचान व पर्यटन को नई दिशा व मजबूती मिलेगी। उन्होंने उदयपुर प्रशासन से कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में बेहतर व्यवस्थाएं देकर दुनिया के सामने उदयपुर विशेष नजीर रखे। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से अब तक की गई तैयारियों की प्रगति पर चर्चा करते हुए कहा इस आयोजन का केन्द्र लेक पीछोला है ऐसे में झील परिसर के सौंदर्यीकरण के साथ सड़कों के सुदृढ़ीकरण, सुचारू ट्राफिक पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कुंभलगढ़ फोर्ट के भीतर परिसर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के साथ इस पर लाईटिंग करवाने को कहा तथा आयोजन से जुड़ी राज्य एवं जिला स्तरीय कमेटी से विस्तार से चर्चा करते हुए बैठक, आवास, सड़क, सुरक्षा, भ्रमण, समन्वय आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
आयोजन से पहले रिहर्सन व प्रशिक्षण जरूरी: सक्सेना
विदेश मंत्रालय संयुक्त सचिव (सुरक्षा) भावना सक्सेना ने आयोजन के तहत 3 व 4 दिसंबर तथा 7 व 8 दिसंबर को अतिथियों के मूवमेंट को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता जताई। उन्होंने आयोजन स्थलों के साथ आसपास के स्थानों में सुरक्षा के पुख्ता इंजताम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा की कार्ययोजना को तैयार करने, नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, उनके प्रशिक्षण, नियंत्रण कक्ष व मीडिया सेंटर स्थापित करने, आयोजन से पहले 2 से 3 रिहर्सल करने, कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करने के लिए भी स्थानीय प्रशासन को कहा।
30 नवंबर तक तैयारियां होंगी पूर्ण: ताराचंद मीणा
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि इस समिट के आयोजन का अवसर मिलना हमारे लिए सौभाग्य की बात है ऐसे में घर में शादी-ब्याह की भांति उदयपुर को सजाया जाएगा। उन्होंने एयरपोर्ट से लेकर बैठक आयोजन स्थल, प्रवेश द्वारों व शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों तक सड़कों के सुदृढ़ीकरण व सौंदर्यीकरण कार्यों को हर हाल में 30 नवंबर तक पूर्ण कर लिए जाने के बारे में जानकारी दी। इसी तरह झीलों की सफाई, हेरिटेज साईट्स की लाईटिंग, घाटों की सफाई व ग्रामीण क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों तक की तमाम व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किए जाने के बारे में बताया।
बोट्स व विशेष टीमें चप्पे-चप्पे की करेंगी सुरक्षा: विकास शर्मा
जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने पुलिस व प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा दृष्टि से आयोजन स्थल और आसपास के स्थानों पर नज़र रखी जा रही है वहीं आपदा स्थितियों के लिए वैकल्पिक मार्गों को तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अतिथियों की सुरक्षा के लिए बोट्स और विशेष टीमों के माध्यम से चप्पे-चप्पे की सुरक्षा की जाएगी व समस्त स्थानों पर मेडिकल टीमों को नियुक्त किया जाएगा।
अधिकारी बोले – दुल्हन की तरह सजाया जाएगा उदयपुर:
बैठक दौरान समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभागीय दायित्वों के बारे में जानकारी दी और कहा कि इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए उदयपुर शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजकुमार सिंह ने शहर की 10 किलोमीटर की 8 सड़कों के सुदृढ़ीकरण व रिकारपेटिंग कार्य, सड़क किनारे पेड़ों की छंटाई, ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के पेचवर्क, रोड़ फर्नीचर्स का कार्य 25 नवंबर तक पूर्ण करने की जानकारी दी। इसी प्रकार यूआईटी एसई संजीव शर्मा ने दूसरे फ्लाई ओवर के 25 नवंबर तक पूर्ण कर दिए जाने, महाकाल से सुभाष चौराहे पर हेरिटेज रेलिंग 10 दिनों में पूर्ण करने तथा नगर निगम आयुक्त हिम्मतसिंह बारहठ ने शहर की सफाई के लिए 10 जोन में विभक्त कर अतिरिक्त श्रमिक नियोजित करने, पीछोला झील में डिविडिंग मशीन सहित 100 से ज्यादा श्रमिक नियोजित करने, वॉल पेंटिंग इत्यादि का कार्य कर शहर को दुल्हन की तरह सजाने की बात कही। इसी प्रकार स्मार्ट सिटी सीईओ प्रदीप सांगावत ने ओल्ड सिटी की हेरिटेज साईट्स, प्रमुख प्रवेशद्वारों के सौंदर्यीकरण करवाने, किशनपोल से दूधतलाई व समोर बाग सड़क तीन दिन में तैयार हो जाने की जानकारी दी व बताया कि लाल घाट व गणगौर घाट आदि को पोल लेस बनाया जा रहा है।
ये अधिकारी रहे मौजूद:
बैठक दौरान विदेश मंत्रालय के जी-20 सचिवालय के अंडर सेक्रेटी असीम अनवर, नमन उपाध्याय, विपुर बवा, अनुज स्वरूप के साथ सुरक्षा अधिकारी ओएसडी नील कटोच, टी.कुब्जर, पंकज शर्मा, स्थानीय निकाय निदेशक हृदेश कुमार शर्मा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अंजलि राजोरिया, गृह विभाग सचिव सौम्या झा, अभिषेक शिवहरे सहित जिले के समस्त संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।