उदयपुर। लेकसिटी में आगामी 5 से 7 दिसंबर तक आयोजित होने वाली जी-20 शेरपा बैठक की तैयारियों जोरों पर हैं। जी-20 की पहली बैठक उदयपुर में होने के कारण इसकी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए भारत के शेरपा अमिताभ कांत खुद विदेश मंत्रालय के आला अधिकारियों के साथ सोमवार को उदयपुर पहुंचे और दिनभर तैयारियों का जायजा लिया।
विदेश मंत्रालय जी-20 सचिवालय के संयुक्त सचिव नगराज नायडू व भावना सक्सेना तथा विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के दल के साथ उदयपुर पहुंचे शेरपा अमिताभ कांत ने शाम को संभागीय आयुक्तालय सभागार में बैठक ली और कहा कि जी-20 शेरपा बैठक हमारे लिए एक अच्छा मौका है, इसके माध्यम से उदयपुर और राजस्थान को पर्यटन की दृष्टि से दुनियाभर में पहुंचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले मेहमान उदयपुर की मेहमान नवाजी के माध्यम से राजस्थान की कला के विविध रंग, सांस्कृतिक विशिष्टता, और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य की बेहतरिन छवि को अपने साथ ले जा सकेंगे।
टीम उदयपुर ने किया बेहतरिन काम:
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए शेरपा अमिताभ कांत उदयपुर में इस बैठक के आयोजन के लिए की गई तैयारियों से अभिभूत दिखे और उन्होंने कहा कि टीम उदयपुर ने इस बैठक के लिए हर दृष्टि से बेहतरिन काम किया है। उन्होंने संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट व जिला कलक्टर ताराचंद मीणा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि समन्वित प्रयासों से इस बैठक को सफलतम आयोजन साबित किया जा सकेगा।
समन्वय से बैठक को सफल बनावें
शेरपा कांत ने कहा कि चूंकि जी-20 के तहत उदयपुर में यह पहली बैठक है ऐसे में सभी को पूरा समन्वय स्थापित करते हुए काम करना होगा और इस आयोजन को सर्वश्रेष्ठ आयोजन बनावें। हम विदेशी अतिथियों की सुरक्षा, आवभगत, बैठक आयोजन, बोट्स की व्यवस्था, पर्यटन स्थलों के भ्रमण आदि की बेहतर व्यवस्था करें और यह भी सुनिश्चित करें कि बैठक तय समय पर हो और कोई भी आयोजन निर्धारित समय सीमा से एक मिनट भी लेट न हो। उन्होंने शिल्पग्राम में राजस्थान की कला-संस्कृति की झलक को प्रस्तुत करने के लिए व्यवस्थाओं के साथ डिजीटल प्रस्तुति की व्यवस्था के लिए भी कहा। इसी प्रकार उन्होंने इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारियों की बैठक को तत्काल आयोजित करने के भी निर्देश दिए।
कोटड़ा को भी प्रमोट कर सकेंगे:
शेरपा कांत ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से हम यहां जनजाति कला-संस्कृति की झलक को भी प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोटड़ा जैसे इलाके में जहां 98 प्रतिशत ट्राईबल निवासरत है, वहां की कला-संस्कृति की झलक विदेशी मेहमानों के सम्मुख प्रस्तुत कर जनजाति संस्कृति को प्रमोट किया जा सकता है। उन्होंने कलक्टर मीणा द्वारा कोटड़ा के ट्राईबल्स द्वारा अतिथियों के स्वागत की व्यवस्था को भी सराहा।
पास आदि की व्यवस्थाएं होंगी:
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव नगराज नायडू और भावना सक्सेना ने मंत्रालय द्वारा व्यवस्थाओं के लगे अधिकारियों-कर्मचारियों के पास जारी करने, स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के साथ की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर विदेश मंत्रालय से असिन अनवर, अनुज स्वरूप आदि अधिकारियों भी मौजूद रहे।
तैयारियों पर इन्होंने दी जानकारी:
बैठक दौरान गृह विभाग के प्रमुख सचिव आनंद कुमार, एडीजी एस सेंगाथिर, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, आईजी प्रफुल्ल कुमार, कलक्टर ताराचंद मीणा, एसपी विकास कुमार ने शेरपा बैठक के दौरान पुलिस व प्रशासनिक स्तर पर की जा रही व्यवस्थाओं पर विस्तार से जानकारी दी। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने अतिथियों के स्वागत, सुरक्षा, चिकित्सादलों, मोबाईल चिकित्सा यूनिट, सौंदर्यीकरण कार्य, गाईड्स की व्यवस्था आदि के बारे में विस्तार से बताया। इसी प्रकार आईजी प्रफुल्ल कुमार ने थ्री लेयर सिक्योरिटी, सीसीटीवी कवरेज, ट्रेफिक प्लान, वेरिफिकेशन प्रोसेस आदि के बारे में बताया। कलक्टर मीणा ने बोट्स के मूवमेंट व पूर्व निर्देशित कार्यों तथा एसपी शर्मा ने सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी।
श्रीवास्तव ने जताया आभार:
बैठक दौरान राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने जी-20 शेरपा बैठक के आयोजन के लिए उदयपुर के चयन और यहां पर की गई व्यवस्थाओं पर विदेश मंत्रालय द्वारा भरोसा जताए जाने पर आभार जताया। इस मौके पर पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता, पर्यटन विभाग की निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा, जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, अतिरिक्त आयुक्त अंजलि राजौरिया, आईएएस सलोनी खेमका सहित समस्त संबंधित विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम स्थलों का लिया जायजा
जी-20 शेरपा सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने आए भारत के शेरपा अमिताभ कांत, संयुक्त सचिव नगराज नायडू व विदेश मंत्रालय के दल ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ आयोजन के लिए प्रस्तावित स्थलों का जायजा लिया। अधिकारियों के दल ने सिटी पैलेस, फतेहप्रकाश, शिल्पग्राम आदि का दौरा किया और यहां आने वाले अतिथियों की सुरक्षा, आवभगत और बैठक व्यवस्था के साथ आयोजन के दौरान होने वाले विभिन्न गतिविधियों एवं अन्य कार्यक्रमों के संबंध में संबंधित अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता, पर्यटन विभाग की निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा ने अब तक की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराया। इस दौरान प्रशासन के अन्य प्रमुख अध्किारी भी मौजूद रहे।