प्रीति सामर
साल 2020 कोरोना वायरस के नाम रहा। पूरी अर्थव्यवस्था से लेकर जन जीवन को प्रभावित किया। व्यापार के साथ-साथ सरकारों की तिजोरी में भी धन घट गया। शहरों को संभालने वाली नगर निगमों की हालत भी माली हुई। केन्द्र हो या राज्य सरकार हर समय बाजार को ठीक करने की सोची लेकिन लम्बे लॉकडाउन और बढ़ते कोरोना के केस इसमें आड़े आए। अब वेक्सीन भी उम्मीद लेकर आई और बाजार के पटरी पर उतरने की तस्वीरें भी दिखने को मिली है। वैसे तो दिसम्बर 2020 में जीएसटी के राजस्थान में जो आंकड़े सामने आए उन्होंने उम्मीद जरूर बंधाई कि 2021 में बहुत कुछ अच्छा रहेगा। यह संकेत हकीकत में बदले सब यही चाह रहे है। वैसे जनवरी में 1.20 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन हुआ है, जो कि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) सिस्टम को लागू किए जाने के बाद से सर्वाधिक है। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 31 जनवरी शाम 6 बजे तक 1,19,847 करोड़ रुपए का जीएसटी प्राप्त हुआ है। लगातार पिछले चार महीने से जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक बना हुआ है और इससे इकॉनमी में तेजी लौटने के स्पष्ट संकेत मिलते है और इसके बाद बाजार में दिखने को भी मिला।
कोरोना ने जरूर रोका जीएसटी कलेक्शन
महीना जीएसटी संग्रह
जनवरी 2020 110000
मार्च 2020 97,597
जून 2020 90,917
अगस्त 2020 86,449
अक्टूबर 2020 1,05,155
जनवरी 2021 1,19,847
(राशि करोड़ रुपये में)
(लेखिका पेशे से शिक्षक है)