चित्तौड़गढ़। देश की प्रगति में भारतीय रेल द्वारा यात्री सुविधाओं का विकास और विस्तार किया जा रहा है । विकास की इसी कड़ी में श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय रेल, संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, भारत सरकार की उपस्थिति में समारोह में उपस्थित सम्माननीय महिलाओं ने आज दिनांक 31.07.2022 को बड़ी सादड़ी रेलवे स्टेशन पर बड़ी सादड़ी-मावली रेलखण्ड के आमान परिवर्तन का लोकार्पण किया तथा इस आमान परिवर्तित रेल लाइन पर प्रथम रेलसेवा बड़ी सादड़ी-उदयपुर सिटी उद्घाटन स्पेशल तथा वीडियों लिंक के माध्यम से रीवा-उदयपुर सिटी स्पेशल व पश्चिम बंगाल के सिउड़ी-सियालदह-सिउड़ी मेमू ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
बड़ीसादड़ी और आसपास के क्षेत्रों में आमजन को रेल सुविधा की सौगात देते हुए श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय रेल, संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, भारत सरकार ने संबोधन कहा की भारतीय रेल आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नई दिशा की ओर अग्रसर हो रही है। उन्होनें राजस्थान की इस वीरभूमि का नमन किया और इस क्षेत्र में रेलवे के विकास के लिये माननीय स्थानीय सांसद की तारीफ की। श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि माननीय प्रधामंत्री जी नेतृत्व में भारत में स्वदेशी तकनीक से बनी वन्दे भारत दुनिया में जापान की सबसे अच्छी बुलेट ट्रेन से बेहतरीन है।
स्टेशनों के पुर्नविकास पर बात करते हुये कहा कि स्टेशनों को आगामी 50 वर्षों की योजना के साथ बनाया जा रहा है। उन्होनें बताया कि उदयपुर सिटी रेलवे को वर्ल्ड क्लास बनाने का कार्य अब केवल चर्चा में नहीं है बल्कि इसके टेण्डर जारी हो गये है तथा अगस्त माह में यह टेण्डर फाइनल कर कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
श्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर चित्तौडगढ़ स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने की घोषणा की, जिसमें वीरों की भूमि के त्याग, बलिदान और वीरता को ध्यान में रखकर इसकी पृष्ठभूमि और डिजायन तैयार करने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये। इसमें जनप्रतिनिधियों और क्षेत्र के निवासियों की सहभागिता के भी दिशा निर्देश प्रदान किये। इसके साथ ही रेलमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों की बडीसादडी-उदयपुर रेलसेवा के दिन में 2 फेरों की मांग पर तुरंत कार्यवाही करते हुये इसके 15 अगस्त से प्रतिदिन 2 फेरे करने की घोषणा की।
माननीय सांसद-चित्तौडगढ़, श्री चन्द्र प्रकाश जोशी ने अपने सम्बोधन में श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय रेलमंत्री का बडी सादडी पधार कर रेलसेवा का शुभारम्भ करने के लिये पर धन्यवाद दिया और कहा कि बडी सादडी-नीमच रेल लाइन जो 3 वर्ष के संघर्ष के बाद मिली है, अगर उसका कार्य 2023 तक पूरा हो जाये तो यह क्षेत्र सीधा मुम्बई से जुड जायेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेलवे पर नई लाइन, दोहरीकरण, ब्रॉडगेज और विद्युतीकरण का कार्य बहुत तेजी से हुआ है। अजमेर-उदयपुर मार्ग के दोहरीकरण कार्य होने से इस क्षेत्र में राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों के आने की संभावना होगी। माननीय रेलमंत्री जी ने इस क्षेत्र से जुडी सभी यात्री सुविधाओं की मांगों को पूरा किया है, इसके लिये उनको धन्यवाद दिया। इस रेलसेवा के प्रारम्भ होने से दैनिक यात्रियों, व्यापारियों, विद्यार्थियों को लाभ मिलने की बात कही। श्री चन्द्र प्रकाश जोशी ने माननीय रेलमंत्री से इस रेलसेवा का नाम भामाशाह एक्सप्रेस रखने तथा बड़ीसादड़ी स्टेशन का नाम झाला मन्ना स्टेशन रखने की मांग की।
इसके साथ ही सांसद जोशी के द्वारा रेलमंत्री से मेवाड़ से मारवाड़ को जोड़ने वाले बहुप्रतिक्षित रेलवे लाईन मावली-मारवाड़ मीटरगेज को ब्रोडगेज लाईन में आमान परिवर्ततन किये जाने की अत्यन्त आवश्यकता दर्शाते हुये बताया की मावली से मारवाड़ के मध्य में 152 किमी की लाईन के लिये विगत वर्षो के बजट में इसकी सैद्धान्तिक स्वीकृतियां भी जारी की गयी हैं, इस लाईन से प्रारंभ होने से मारवाड़ का मेवाड़, वागड़ एवं मालवा से सीधा जुडाव हो जायेगा। इस लाईन के लिये यहॉ के निवासी कई वर्षो से आस लगाये हैं। इस संबध में रेलवे के द्वारा भी कई प्रयास किये गये है। इस मार्ग की व्यापारिक, सामरीक एवं पर्यटन की दृष्टि से काफी उपयोगिता है।
नीमच-भैंसरोड़गढ़-रावतभाटा-कोटा जिसकी लम्बाई 140 किमी हैं उसका विगत वर्षो के दौरान सर्वे कार्य हुआ हैं। कोटा से नीमच की दुरी इस मार्ग के बनने के पश्चात काफी कम हो जाती हैं, इसके साथ ही चन्देरिया रतलाम की लाईन मालगाड़ीयों एवं सवारी गाड़ीयों के कारण काफी व्यस्ततम मानी जाती हैं जिस कारण से इस वैकल्पिक मार्ग के बनने से इस मार्ग पर दबाव कम हो जायेगा।
मेरा इस संबध में आपसे अनुरोध हैं की इस रेलमार्ग को भैंसरोड़गढ़ से सिंगोली के साथ बेंगू कस्बे को जाड़ते हुये नीमच तक के लिये सर्वे करवाया जाये क्योंकी बेंगू इस क्षेत्र का सबसे बड़ा कस्बा हैं तथा भविष्य के लिये बेंगू को रेललाईन का लाभ मिल सके।
मेवाड़-वागड़-मालवा तथा कांठल क्षेत्र को जोड़ता है। यहॉ का प्रतापगढ़ जिला जो की रेल लाईन से वचित था वहॉ पर विगत 8 वर्षों के दौरान मोदी सरकार में प्रतापगढ़ के लिये 2 सर्वे मन्दसौर से प्रतापगढ़ व प्रतापगढ़ से बांसवाडा रेलवे सर्वे कार्यो की स्वीकृति हुयी है, उसके लिये केन्द्र सरकार व रेल मंत्रालय का आभार प्रकट करते हुये राज्य सरकार के द्वारा जब भी इस सर्वे के मार्गो को पी.पी.पी. मोड़ के द्वारा किये जाने की सहमति प्राप्त हो इन मार्गो के रेलमार्गो की स्वीकृति प्रदान किये जाने की आवश्यकता हैं। प्रतापगढ़ अपनी कला, संस्कृति, रहन सहन, खान पान, प्राकृतिक सौन्दर्य व वन सम्पदा के कारण अपनी एक अलग ही विशेष पहचान रखता हैं, यहॉ पर पर्यटन की भरपुर संभावना हैं। यहॉ पर यह रेल लाईन आती हैं तो पर्यटन के मानचित्र में चित्तौडगढ व उदयपुर की भातिं प्रतापगढ़ का भी विशेष नाम जुड़ जायेगा। मन्दसौर से प्रतापगढ़ व प्रतापगढ़ से बांसवाडा रेलवे सर्वे के आधार पर राज्य सरकार के द्वारा पी.पी.पी. मोड़ की स्वीकृति प्राप्त होते ही प्रतापगढ़ के लिये रेल लाईन की स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।
साथ ही क्षेत्र के लिये कुछ महत्वपुर्ण रेलगाड़ीयां का चलाये जाने की मांग की जिसमें है।
उदयपुर-योगनगरी ऋषिकेश ट्रेन 19609/19610 ट्रेन को जनभावनाआें व आस्था को देखते हुये सप्ताह में सातों दिन चलाया जाये क्योंकी इसके सप्ताह में केवल 3 दिन चलने से हरिद्वार को जाने वाले श्रृद्धालुओं का काफी असुविधा का सामना करना पडता है।
उदयपुर से वैष्णोदेवी के लिये (वाया अमृतसर-व्यास जी ) एक्सप्रेस ट्रेन आरम्भ की जाये। वर्तमान में मेवाड़, वागड़ से प्रतिवर्ष लाखो यात्रियों का उत्तर भारत जाना होता हैं। यदि यह ट्रेन प्रारंभ होती हैं तो इसका लाभ बड़ी संख्या के यात्रियों को मिलेगा।
उदयपुर से जगन्नाथपुरी वाया चित्तौड़गढ़, प्रयाग, वाराणसी नई ट्रेन आरम्भ की जाने की आवश्यकता हैं इससे मेवाड के लोगों को आस्था से जुडे स्थलों के भ्रमण करने में सुविधा होगी तथा इस ट्रेन के चलने से उड़ीसा सहित पुर्वी भारत से मेवाड़, वागड़ के क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा।
वर्तमान की अजमेर-सियालदाह ट्रेन को उदयपुर तक विस्तारीत करने की आवश्यकता हैं क्योकी उदयपुर संभाग के हजारों जैन यात्री पार्श्वनाथ झारखण्ड, सिख्खों के लिये पटना साहिब तथा अन्य कार्यो से वहॉ आना जाना लगा रहता हैं। इसके उदयपुर तक विस्तार हो जाने से क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा।
नाथद्वारा-ओखा 19575-76 ट्रेन को पुनः प्रारंभ किये जाने की आवश्यकता हैं,वर्तमान में यह ट्रेन बन्द हैं इसके प्रारंभ होने से द्वारका आदि जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी लाभ मिलेगा।
ट्रेन इन्दौर-जोधपुर 14801-02 को बालोतरा (श्रीनाकोड़ाजी) तक विस्तारित किये जाने की आवश्यकता हैं, नाकोड़ाजी के लिये देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को इससे लाभ होगा।
कुछ महत्वपुर्ण स्थलों पर रेलों के स्टोपेज की मांग को दर्शाते हुये बताया की चन्देरिया स्टेशन पर उदयपुरसिटी-जयपुर इंटरसिटी ट्रेन 12991-92 का ठहराव। निम्बाहेड़ा स्टेशन पर जयपुर-हैदराबाद फैस्टीवल स्पेशल ट्रेन 12719-20 एवं जयपुर हैदराबाद ट्रेन 17019-20 का ठहराव। पारसोली स्टेषन पर मेवाड़ एक्सप्रेस उदयपुर-हजरत निजामुद्दीन 12963-12964 का ठहराव। कपासन स्टेषन पर उदयपुर सिटी-बान्द्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 12995-12996 एवं उदयपुर खजुराहो 19665-19666 का ठहराव। उदयपुरसिटी-योग नगरी ऋषिकेश ट्रेन 19609-10 का गंगरार रेलवे स्टेशन पर ठहराव की आवश्यकता हैं।
गांव बोयणा में अतिमहत्वपुर्ण स्थल होने के कारण वहॉ पर भीमल एवं खेमली के मध्य बोयणा में लोकल रेलगाड़ीयों के लिये प्रांरभीक तौर पर ठहराव प्रदान करवाने की मांग की तथा भीण्डर तथा वल्लभनगर में आरक्षण विण्डो को प्रारंभ करवाने की मांग की।
इसके साथ ही छोटीसादड़ी में पोस्टऑफीस भवन के लिये बिल्डिंग का निर्माण स्वीकृति करवाने एवं संसदीय क्षेत्र में जिन स्थलों पर मोबाईल के सिग्नल नही आते हैं वहॉ पर मोबाईल टॉवर की स्थापना की मांग की है।