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भीलवाड़ा। भीलवाड़ा की प्रशस्ति भंडारी (आंचलिया) को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। वनस्थली विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में एआईसीटीई अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने उनको यह उपाधि प्रदान की।
डॉ. प्रशस्ति भंडारी ने शोध कार्य माइक्रोबायोलॉजी विषय पर बायोसाइंस एंड बायोटेक्नोलॉजी विभाग वनस्थली विद्यापीठ की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संगीता चौधरी के मार्गदर्शन में किया।
मुख्य अतिथि का स्वागत विद्यापीठ के अध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री, उपाध्यक्ष प्रो. ज्योति पारीक, कुलपति प्रो. ईना आदित्य शास्त्री, सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निदेशक डॉ. अंशुमान शास्त्री और कोषाध्यक्ष प्रो. सुधा शास्त्री ने किया। वनस्थली सेवा दल के बैंड के सलामी के बाद छात्राओं ने पारंपरिक शैली में तिलक लगाकर और सूत की माला पहनाकर अतिथियों का स्वागत किया।
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मुख्य अतिथि ने श्री शांताबाई शिक्षा कुटीर और गांधी घर का अवलोकन किया। कुलपति प्रो. ईना आदित्य शास्त्री ने इन स्थानों की महत्ता से अवगत कराया। लक्ष्मीबाई मैदान में ध्वजारोहण कर वनस्थली सेवादल की परेड में सम्मिलित हुए। कला मंदिर में छात्राओं और देश-विदेश के अग्रणी कलाकारों की चित्रकारी का अवलोकन किया। वीरबाला मैदान में शूटिंग और मारुत मैदान में फ्लाइंग क्लब की गतिविधियों का भी अवलोकन किया।
दीक्षांत समारोह में 4338 छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गईं। इनमें से 332 को पीएच.डी उपाधि और 122 को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन वनस्थली विद्यापीठ के अध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री द्वारा मुख्य अतिथि को शॉल और कोषाध्यक्ष प्रो. सुधा शास्त्री द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट करने के साथ हुआ। धन्यवाद ज्ञापन सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निदेशक प्रो. अंशुमान शास्त्री ने किया। वनस्थली कार्यक्रम में मौजूद अतिथि।