उदयपुर। उत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ द्वारा दिये जाने वाले पुरस्कारों में सन् 2021 का ‘लोकभूषण सम्मान’ प्रसिद्ध लोककलाविद डॉ. महेन्द्र भानावत को प्रदान किया जायेगा। संस्थान के निदेशक पवन कुमार के अनुसार पुरस्कार स्वरूप डॉ. भानावत को शॉल, स्मृतिचिन्ह के साथ ढाई लाख रूपये की राशि दी जायगी।
डॉ. भानावत ने पन्द्रह वर्ष की उम्र से ही अपने गांव कानोड़ से कविता के माध्यम से लेखन प्रारम्भ किया। लोकसाहित्य-संस्कृति-कला के क्षेत्र में साधनापूर्वक लेखन करते अब तक उनकी एक-सौ-एक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि हिन्दी संस्थान से ही पूर्व में डॉ. भानावत की लिखी अजूबा राजस्थान, मेंहदी राचणी तथा राजस्थान के थापे नामक पुस्तकें पं. रामनरेश त्रिपाठी नामक कृति सम्मान से पुरस्कृत हो चुकी हैं। संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष ही हिन्दी साहित्य की विविध विधाओं पर कई लेखकों को पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। डॉ. भानावत ऐसे विद्वान हैं जिन्हें भारतीय परिवेश में लोकजीवन, जनजातीय परिवेश तथा भारतीय लोकधर्मिता से ओतप्रोत साहित्य सृजन के लिए ‘लोकभूषण’ से नवाजा जायगा।