उदयपुर। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा संचालित एकलव्य मॉडल रेजीडेन्षियल विद्यालयों की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय सांस्कृतिक व साहित्यिक प्रतियोगिताओं का गुरुवार को भव्य समापन किया गया। मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में आयोजित समापन समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य जनजाति परामर्ष समिति के सदस्य लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने की जबकि बतौर विशिष्ट अतिथि उद्योगपति व समाजसेवी भीमसिंह चुण्डावत, नवल सिंह एवं अतिरिक्त आयुक्त टीएडी वृद्धिचन्द्र गर्ग थे। ।
अपने संबोधन में पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा इस अंचल के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की तारीफ की और सभी से इनका पूरा-पूरा लाभ उठाने का आह्वान किया। समाजसेवी भीमसिंह चुण्डावत ने कहा कि जनजाति अंचल में शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न माध्यमों से प्रयास किए जा रहे है, अंचल की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के लिए इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों से प्रतिभाओं को मिल रहे संबल के लिए राज्य सरकार का आभार जताया। कार्यक्रम के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने जनजाति उपयोजना क्षेत्र के भौगोलिक परिदृश्य को देखते हुए अंचल में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने के लिए सबको आगे आने का आह्वान किया।
आरंभ में कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं टीएडी उपायुक्त पर्वत सिंह चुण्डावत ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में संभागी विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक रंगारंग प्रस्तुतियां देकर अतिथियों और मौजूद लोगों का मनोरंजन किया। समारोह में समस्त विजेताओं को अतिथियों ने ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अमृता दाधीच ने किया।
ये रहे विजेता: कार्यक्रम में निम्नानुसार विजेताओं कोे पुरूस्कृत किया गया।
1. एकल नृत्य शास्त्रीय में प्रथम निवाई, द्वितीय मल्लाणा व तृतीय बिहारीपुरा
2. एकल नृत्य लोक में प्रथम खेरवाडा, द्वितीय पारडा चुण्डावत व तृतीय बिहारीपुरा
3. अभिनय में प्रथम कुषलगढ द्वितीय सीमलवाडा व तृतीय ऋषभदेव
4. काव्यपाठ संस्कृत में प्रथम बिहारीपुरा द्वितीय बरनाला व तृतीय सीमलवाडा
5. काव्यपाठ हिन्दी में प्रथम कुषलगढ द्वितीय सीमलवाड़ा व तृतीय बिहारीपुरा
6. काव्यपाठ अंग्रेजी में प्रथम कुषलगढ़, द्वितीय बिहारीपुरा व तृतीय डूंगरपुर
7. जनजाति प्रदर्षनी में प्रथम मल्लाणा, द्वितीय आंबापुरा व तृतीय डूंगरपुर
8. अध्यापको द्वारा कला प्रदर्षनी में प्रथम दानवाव व द्वितीय बिहारीपुरा,
9. ऑन द स्पोट पेन्टीग में प्रथम खेरवाडा, द्वितीय प्रतापगढ़ व तृतीय परखेला
10. समुह गान जनजाति में प्रथम दादिया, द्वितीय सुन्द्राव व तृतीय रानोली
11. समुह गान देषभक्ति में प्रथम बिहारीपुरा, द्वितीय दादिया व तृतीय कुषलगढ
12. एकल गान जनजाति में प्रथम बरनाला, द्वितीय रानोली व तृतीय सीमलवाडा
13. एकल गान उपषास्त्रीय में प्रथम बिहारीपुरा, द्वितीय निवाई व तृतीय आम्बापुरा
14. एकल गान लोक में प्रथम बरनाला, द्वितीय बिहारीपुरा व तृतीय रानोली
15. समूहनृत्य जनजाति में प्रथम हनोतिया, द्वितीय सीमलवाड़ा व तृतीय दादिया व ऋषभदेव
16. समूहगान लोक में प्रथम निवाई, द्वितीय सराडा व तृतीय सीमलवाडा
17. रचनात्मक लेखन सीनियर में प्रथम कोटडा, द्वितीय सीमलवाडा व तृतीय मल्लाणा
18. वाद विवाद सीनियर में प्रथम बिहारीपुरा (विपक्ष), द्वितीय सीमलवाडा (विपक्ष) व तृतीय कुषलगढ (पक्ष)
19. कहानी कथन सीनियर वर्ग में प्रथम मल्लाणा, द्वितीय बिहारीपुरा व तृतीय पारखेलागडी
20. कहानी कथन जूनियर वर्ग में प्रथम बिहारीपुरा, द्वितीय सीमलवाडा व तृतीय कुषलगढ
21. आषुभाषण सीनियर में प्रथम मल्लाणा, द्वितीय कुषलगढ व तृतीय सीमलवाडा
22. आषुभाषण जूनियर में प्रथम सीमलवाडा, द्वितीय कुषलगढ व तृतीय डूॅगरपुर
23. क्वीज प्रतियोगिता में प्रथम खेरवाड़ा, द्वितीय बिहारीपुरा व तृतीय पीपलखंूट
24. म्यूजिक उपशास्त्रीय अध्यापक वर्ग में प्रथम जोटाणा, द्वितीय बिहारीपुरा व तृतीय पाडोला
25. म्यूजिक शास्त्रीय अध्यापक वर्ग में प्रथम जोटाणा
26. म्यूजिक (इंस्ट्रूमेंट) अध्यापक वर्ग में प्रथम जोटाणा