उदयपुर। जिला कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला परिषद सभागार में शनिवार को राजस्व दिवस मनाया गया। इस दौरान जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) प्रभा गौतम, उपखंड अधिकारी सलोनी खेमका सहित विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। इस मौके पर जिला कलेक्टर ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों का सम्मान किया।
हर प्रार्थना पत्र में होता है परिवादी का दर्द -कलेक्टर
जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि हमें अपना कर्तव्य संवेदनशीलता एवं पारदर्शिता के साथ पूरा करना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि आपके कार्यालय में आने वाले हर प्रार्थना पत्र में किसी व्यक्ति का दर्द होता है। ये प्रार्थना पत्र मात्र कागज का टुकड़ा नहीं है बल्कि इनमें किसी की आस एवं उम्मीद छुपी होती हैं। ऐसे में अधिकारियों का कर्तव्य है कि प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं को गंभीरता से सुने एवं सरकारी कार्य को अपना निजी कार्य समझते हुए पूरी लगन के साथ पूरा करें।
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कलेक्टर ने कहा कि एक अधिकारी की पहचान उसके कार्य से ही होती है एवं अच्छा कार्य करके ही आप समाज को कुछ दे सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी एवं कर्मचारी उनके कार्यों के साथ-साथ कुछ नवाचार भी करें। कार्यक्रम का संचालन चंद्रेश जैन ने किया। आयोजन में अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी जीतेश रावल एवं सहायक प्रशासनिक अधिकारी अब्दुल अयाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों का किया गया सम्मान
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने राजस्व दिवस के अवसर पर 12 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कलेक्टर ने बड़गांव उपखंड अधिकारी मोनिका जाखड़, कोटडा तहसीलदार मंगलाराम मीणा, सराडा नायब तहसीलदार डूंगर लाल प्रजापत, उपखंड कार्यालय खेरवाड़ा में कार्यरत अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी मदन लाल डोडा, भू अभिलेख उदयपुर के भू अभिलेख निरीक्षक सोहन लाल मेघवाल, तहसील कार्यालय गोगुंदा के तहसील राजस्व लेखाकार हिमांशु सोलंकी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी महेश दशोरा, सहायक प्रशासनिक अधिकारी विमल कोठारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी नाजिया परवीन, लसाडिया तहसील कार्यालय के पटवारी सूरज कुमार मीणा, तहसील कार्यालय कोटडा पटवारी इंदिरा कुमारी गरासिया, जिला कार्यालय के कनिष्ठ सहायक दुष्यंत नैनावत को सम्मानित किया गया।