विचारधारा से परे समय को रचनाओं में समाहित करने वाले आत्मानवेषी कवि थे नंद बाबू

उदयपुर , नन्द बाबू आधुनिक कविता के पुरोधा थे,  वे समाजवादी कार्यकर्ता थे, किंतु उनकी रचनाओं में समाजवादी समाजवाद के बजाए समय और परिस्थितियों का मर्म था। कविता उनके लिए मानवानुभूति वाले आत्मानुभूति…

You Missed

उदयपुर पहुंचे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, मेवाड़ी अंदाज़ में स्वागत
उदयपुर से कांग्रेस जीतेगी तो राजस्थान में मैसेज जाएगा की सरकार बनेगी : पवन खेड़ा
नाई में कक्षा 1 से 7 तक की छात्राओं को स्वेटर वितरण
उदयपुर में ‘वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी’ हॉस्पिटल तैयार, जाने इसके बारे में पूरी जानकारी
उदयपुर ऋषिकेश ट्रेन देहरादून तक तो गुजरात मेल एक्सप्रेस को उदयपुर तक बढ़ाए, उदयपुर बांदा टर्मिनस डेली चले
उदयपुर की डॉ शिल्पा लोढ़ा दिल्ली स्कूल आफ इकोनॉमिक्स में एसोसिएट प्रोफेसर बनी