उदयपुर। राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड जयपुर एवं जिला उद्योग व वाणिज्य केन्द्र उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में टाउन हॉल में आयोजित 17 दिवसीय संभाग स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का समापन सोमवार को हुआ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष एवं राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजकिशोर शर्मा, विशिष्ट अतिथि सदस्य जनजाति विकास विभाग राजस्थान सरकार, अध्यक्ष आदिम जाति सेवा संस्थान जयपुर के लक्ष्मीनारायण पंड्या, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति की सदस्य शारदा रोत थी। अध्यक्षता पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने की।
मुख्य अतिथि बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि अब खादी का दायरा बढ़ चुका है। बजट में खादी के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए राजस्थान में 18 से 19 करोड़ रुपये खादिम एवं बुनकरों के लिए जारी किये है। चार ट्रेनिंग सेंटर और मिले हैं। उन्होंने कहा कि खादी बोर्ड की पहली मीटिंग में तेलंगाना उद्योग, शुद्ध मसाले, लकड़ी एव स्टिल के फर्नीचर जैसे 17 उद्योगों प्रशिक्षित द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने केंद्र सरकार खादी पर छूट का दायरा बढ़ाने और दस्तकारों व हस्तशिल्पियों को राहत प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि 580 चरखें भी जल्द ही बुनकरों को प्रदान किए जाएंगे। खादी में डिजिटल युग शीघ्र प्रारंभ होगा।
इस अवसर पर पण्ड्या ने कहा कि जनता द्वारा खरीदे गये खादी उत्पादों से छोटे-छोटे कामगारों को रोजगार के साथ ही उन्हें आर्थिक संबल भी मिलता है। खादी संस्थाओं से युवाओं को जोड़ने का आह्वान किया ताकि खादी में भी नवाचारों को स्थान मिल सकंे। उन्होंने मेले में खादी पर 50 प्रतिशत की छूट के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया।
पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने कहा कि सभी के सहयोग एवं आमजन के उत्साह के साथ प्रदर्शनी कामयाब रही। इस अवसर पर उन्होंने खादी के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि खादी हर मौसम की साथी हैं। खादी पर छूट से सभी को लाभ मिलता है। प्रदर्शनी संयोजक गुलाब सिंह गरासिया ने कहा कि प्रदर्शनी ने इस वर्ष लक्ष्य से अधिक 2 करोड़ तीस लाख की बिक्री कर एक कीर्तिमान स्थापित किया है। समापन समारोह में 17 दिनों में सर्वाधिक बिक्री करने वाली संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सभी अतिथियों ने मेले का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सेन ने किया।