उदयपुर। नगर विकास प्रन्यास, उदयपुर द्वारा नगर निगम, उदयपुर को हस्तान्तरित की गई नई कॉलोनियों के 272 भूखण्डों में हुए घोटाले एवं भ्रष्टाचार, नगर निगम उदयपुर में कचरा निस्तारण के नाम पर हुए घोटाले एवं भ्रष्टाचार एवं चम्पाबाग की भूमि में हुए घोटाले एवं भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर उदयपुर जनहित मोर्चा का एक प्रतिनिधि मण्डल अरूण व्यास के नेतृत्व में अति. जिला कलक्टर अशोक कुमार को ज्ञापन दिया।
मोर्चा के सचिव राजेश सिंघवी ने बताया कि नगर निगम उदयपुर का बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। ऐसे में राजस्थान सरकार एवं प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि उनके सामने अगर कोई घोटाला या भ्रष्टाचार उजागर होता है तो वे तत्काल उसकी जांच करवा कार्यवाही करे, दोषियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर दोषियों को जेल भेजे, लेकिन राजस्थान सरकार व प्रशासन इन मुद्दो पर आंख बंद कर चुप्पी बनाये हुए है, इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा के प्रभावशाली नेता अधिकारी एवं भूमाफियाओं का एक गिरोह बना हुआ है, जो उदयपुर की जनता को लूट रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर संभाग का ठेका प्रतिपक्ष नेता गुलाबचन्द कटारिया के नाम दे रखा है कि वे या उनके चहेते कुछ भी करें, उन्हें उसकी पूरी छूट रहेगी।
सिंघवी ने कहा कि भाजपा नेता यह समझते हैं कि उनका कोई विकल्प नहीं है, इसलिए वे अपनी लूट खसोट जारी रखेंगे, लेकिन जनता ने भी यह तय कर लिया है कि वे बीमारी का विकल्प नहीं बीमारी का ईलाज करेंगे और बीमारी का ईलाज करते समय विकल्प नहीं देखा जाता।
प्रतिनिधि मण्डल में डॉ. सुधा चौधरी, गुमान सिंह राव, के.आर.सिद्दीकी, सौरभ नरूका, लालूराम पटेल, गजनेफर, मोहम्मद निजाम, रानी माली, आदि मौजूद थे।