जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी से सोमवार को यहां राजस्थान विधानसभा में 17 देशों के 44 प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। यह दल लोकसभा सचिवालय में 36 वें संसदीय इन्टर्नशिप कार्यक्रम में भाग लेने आया है। कार्यक्रम का आयोजन लोकसभा सचिवालय के संसदीय लोकतन्त्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) द्वारा किया जा रहा है। दल में बांग्लादेश, कम्बोडिया, गाम्बिया, घाना, गोनिया, ईराक, कजाग्स्तिान, मेसेडोनिया, मालदीव्पस, म्यांमार, नेपाल, सियाचिल्स, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, तंजानिया, उरूग्वे और जिम्बाबे के संसदों के अधिकारीगण शामिल थे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी ने राजस्थान विधानसभा की कार्य प्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. जोशी ने कहा की विधानसभा की कार्यवाही का संचालन संविधान, विधानसभा के नियमों व नियमावली और समृद्ध परम्पराओं के तहत् किया जाता है। उन्होंने कहा की विधानसभा के सदस्यों की जवाबदेही जनता के प्रति होती है। विधानसभा में जन कल्याण के विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा होती है। लोकतन्त्र में विभिन्न विचारधाराओं के प्रतिनिधि मिलकर जनहित में कार्य करते हैं।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा की विधानसभा में विपक्ष व पक्ष द्वारा सकारात्मक सहयोग से कानून निर्माण की प्रक्रिया को पूरा किया जाता है। विधानसभा की प्रक्रिया में विधायकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कार्यक्रम में विधायक श्री वाजिब अली ने विधानसभा के प्रश्नकाल, विधायक श्री अशोक लाहौटी ने बजट प्रस्तुतीकरण की प्रक्रिया, विधायक श्री जे.पी. चन्देलिया ने विधानसभा में समितियों की कार्य व्यवस्था, विधायक श्रीमती कल्पना देवी और विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने विधानसभा में महिला विधायकों की जिम्मेदारियों के बारे में बताया।
इस मौके पर विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री महावीर प्रसाद शर्मा ने विभिन्न देशों से आए अधिकारियों का स्वागत किया। श्री शर्मा ने डॉक्यमेन्ट्री फिल्म के माध्यम से विधानसभा की कार्यवाही का प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम का संचालन लोकसभा सचिवालय के संसदीय लोकतन्त्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान की निदेशक डॉ. सीमा कौल सिंह ने किया। सभी देशों के अधिकारियों ने राजस्थान विधानसभा के सदन, विभिन्न गैलरियों और राजनैतिक आख्यान संग्रहालय का अवलोकन किया। यह दल 11 से 15 दिसम्बर तक राजस्थान दौरे पर है। इस अवसर पर लोकसभा और राजस्थान विधानसभा के अधिकारीगण भी मौजूद थे।