उदयपुर। संभाग के खनन क्षेत्र उदयपुर, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों में प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पीएमकेकेकेवाई) के अंतर्गत स्थापित जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) द्वारा सितंबर तक 1468 परियोजनाएं स्वीकृत की गई और इन पर 296 करोड रुपए खर्च किए गए हैं।
उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत द्वारा बुधवार को संसद में पूछे गए प्रश्न के जवाब में कोयला और खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी की ओर से यह जानकारी दी गई।
सांसद श्री रावत ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पीएमकेकेकेवाई) के अंतर्गत विशेषकर राजस्थान में कार्य किया जा रहा है। यदि हां, तो राजस्थान के विशेषकर उदयपुर, सलुम्बर, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों से संबंधित ब्यौरा और इसकी वर्तमान स्थिति क्या है। सथ ही सरकार द्वारा राजस्थान को आबंटित निधि का ब्यौरा क्या है और विगत तीन वर्षों में प्रत्येक वर्ष और चालू वर्ष के दौरान अब तक उपयोग की गई धनराशि का जिला-वार ब्यौरा क्या है?
जवाब में कोयला और खान मंत्रालय द्वारा बताया गया कि राजस्थान राज्य सरकार से प्राप्त सूचना के अनुसार, उदयपुर, डूंगरपुर एवं प्रतापगढ़ जिलों सहित राज्य के 33 जिलों में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) स्थापित किए गए हैं। चूंकि नए जिले सलूम्बर में अभी तक पृथक डीएमएफटी ट्रस्ट की स्थापना नहीं की गई है, इसलिए वर्तमान में इसे डीएमएफटी उदयपुर के अधीन संचालित किया जा रहा है।
जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) को खनन पट्टाधारकों से प्राप्त वैधानिक अंशदान द्वारा वित्तपोषित किया जाता है। केन्द्र सरकार या राज्य सरकारों की ओर से डीएमएफ को बजट आवंटन का कोई प्रावधान नहीं है। पिछले तीन वर्षों एवं चालू वर्ष में आज तक डीएमएफटी के माध्यम से पीएमकेकेकेवाई के अंतर्गत उदयपुर, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों में 3173 परियोजनाएं स्वीकृत की गई जिसमें 1468 पूर्ण कर ली गई है। पूर्ण परियोजनाओं पर 296 करोड 50 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।
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