उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वव़िद्यालय में निजी कॉलेजों के जीएसटी राशि को लेकर हुए विवाद ने जंग का रूप ले लिया है। जहां कॉलेज एसोसिएशन ने रजिस्ट्रार को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि वे कुलपति के आदेश की भी कर रहे अवहेलना। दूसरी तरफ आरएएस एसोसिशन ने रजिस्ट्रार छोगाराम देवासी का साथ देते हुए अपना ज्ञापन कलक्टर को दिया।
राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद की जिला इकाई ने जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा कि एक दर्जन से अधिक लोगों ने विश्वविद्यालय में पदस्थापित राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी छोगाराम देवासी व राजस्थान लेखा सेवा के अधिकारी दलपत सिंह राठौड़ के साथ अभद्र व्यवहार, मारपीट राजकार्य में बाधा उत्पन्न करना और जान से मारने की धमकी का आपराधिक कृत्य किया है जिसकी प्राथमिकी रिपोर्ट प्रताप नगर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है। विश्वविद्यालय में पद स्थापित रजिस्ट्रार एवं वित्त नियंत्रक राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं वह राज्य सरकार के नियमों की पालना सुनिश्चित हो इसका दायित्व निभाते हैं परंतु कुलपति इनको विश्वविद्यालय में इसलिए नहीं रखना चाहते ताकि राज्य सरकार के बनाए नियमों की धज्जियां उड़ा कर दिया अपनी मनमर्जी चला सके।
पूर्व अध्क्ष हिमांशु बाँगड़ी के नेत्रत्व में सभी महाविद्यालय को ओर प्रशासनिक भवन बंद करवाकर प्रदर्शन किया एवं उसके पश्चात कलेक्ट्री जाकर ज्ञापन दिया। छात्र नेता देव सोनी ने बताया की जिस प्रकार की घटना विश्वविद्यालय में हुई है वह शर्मनाक है ओर मांग की गई कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही की जाए अन्यथा अनिश्चितकाल के लिए महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय बंद किया जाएगा। इस अवसर पर छात्रसंग अध्यक्ष शेलेश कटारिया,मूमल चुण्डवत, हंसराज सुहालक, जतिन सवारियाँ, अभय राठौड़, दीपेश कुमावत,रवि रेगर,यश पानेरी, नवीन छाबरा,साहिल नगोरि, निखिल सेन आदि उपस्थित थे।
इधर, उदयपुर संभाग प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पूर्व केंद्रीय छात्र संघ अध्यक्ष वसीम ख़ान ने बताया कि सुखाड़िया के प्राइवेट कॉलेजों के पदाधिकारियों के उपर जो मिथ्या आरोप लगाए। उसका सम्भाग के 172 कॉलेजों के मालिकों ने कड़े शब्दों में भर्त्सना की है और उसका पुरजोर शब्दों में विरोध दर्ज कराया है। एसोसिएशन ने बताया गया कि रजिस्ट्रार देवासी द्वारा एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा जो मारपीट व गालीगलौच के जो आरोप लगाए गए जो सरासर गलत है।