उदयपुर। जेएसजीआईएफ मेवाड रिजन के तत्वावधान मे आयोजित सम्मेद शिखर जी की 12 दिवसीय धार्मिक यात्रा के दूसरे दिन आज आदिनाथ तीर्थंकर भगवान श्री ऋषभदेव के पारणा के मूलस्थल पावन तीर्थ हस्तिनापुर पहुंची।
आयोजक जेएसजीआईएफ मेवाड़ रीजन के रीजन चेयरमेन अनिल नाहर ने बताया कि उक्त धार्मिक यात्रा कल दोपहर तय समय पर 2.15 बजे उदयपुर से चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा से यात्रियों लेते हुए अपने नियत समय से पूर्व प्रातः 7.30 बजे मेरठ रेलवे स्टेशन पर पहुंची। वहाँ से यात्रियों को 34 बसों द्वारा 9.30 बजे आदिनाथ तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जी के पारणा के मूल स्थल जैन पौराणिक महत्व की धार्मिक नगरी एवं महाभारत काल की गौरवशाली गाथा की अनुपम नगरी हस्तिनापुर में स्थित दोशी धर्मशाला पहुंची, जहां सभी के लिए बेहतर आवास व्यवस्था की गयी थी।
नित्य क्रिया व नवकारसी के पश्चात सभी यात्री प्रसन्न व आल्हादित मनसे मंगल गान एवं तीर्थंकर भगवानों के जयकारों के साथ यहां स्थित विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना व देव दर्शन करनें हेतु निकल गए, साथ ही दोपहर का भोज, हाई टी व सायंकाल के भोज के पश्चात पुनः गतंव्य स्थल मेरठ होकर यह यात्रा स्पेशल ट्रेन से अयोध्या हेतु प्रस्थान किया।
सचिव महेश पोरवाल ने बताया कि पारस ढेलावत,विजय सिसोदिया, प्रकाश कोठारी, गुणवंत वागरेचा, अरविंद बडाला आदि ने यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने एवं विभिन्न व्यवस्था हेतु प्रभावी भूमिका का निर्वहन किया।