उदयपुर। उदयपुर शहर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय आयड़ में शनिवार को उस समय ‘जय हिन्द’, ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंज उठे जब आत्म रक्षा के गुर सीखने के दौरान छात्राओं के हाथों में राष्ट्रध्वज तिरंगा पहुंचा। आत्मरक्षा के साथ देश भक्ति का जज्बा जुड़ गया और छात्राओं ने राष्ट्र को सशक्त बनाने का संकल्प लेते हुए जय हिन्द के नारों से गगन गुंजा दिया।
भारतीय सेवा संस्थान की ओर से 9 अगस्त से शुरू किया गया तिरंगा अभियान चौथे दिन शनिवार को राबाउमावि आयड़ पहुंचा जहां संस्थान की ओर से तिरंगा वितरण के साथ आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी रखा गया।
पुलिस विभाग की लेडी पेट्रोल में शामिल कंचन, विमला, मीर, कुकी ने बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए। इस अवसर पर प्राचार्य श्रीमती अंजली सालवी ने कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में कमजोर नहीं हैं। अब तो सेना में भी बेटियों का बोलबाला है। इस तरह का प्रशिक्षण और नियमित अभ्यास बेटियों को मजबूत बनाएगा और वे जीवन में किसी भी मुसीबत का सामना करने के लिए हर वक्त खुद को तैयार महसूस करेंगी।
भारतीय सेवा संस्थान के सचिव राजकुमार पालीवाल ने बताया कि शनिवार को आत्मरक्षा प्रशिक्षण व तिरंगा अभियान में उप प्राचार्य राजेन्द्र कुमार कलाल, आशा शर्मा, हिम्मत लाल नागदा, महेश भावसार, मनोहर चौधरी, आनंद लाल चित्तौड़ा, दिनेश कुमार, पूर्णेन्दु गोस्वामी, भगवती कुमावत आदि का सहयोग रहा। शनिवार को छात्राओं-शिक्षकों सहित 350 को तिरंगा वितरण किया गया। अभियान के तहत 4 दिन में 890 झण्डों का वितरण किया जा चुका है। कुल 5100 झंडों का वितरण करने का लक्ष्य है।
इस अवसर पर भारतीय सेवा संस्थान की अध्यक्ष पुष्पा मूंदड़ा ने अभियान का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आज आधुनिकता की चकाचौंध में नई पीढ़ी सनातन संस्कृति के संस्कारों को भूलती जा रही है। हम नैतिक संस्कारों को खोते जा रहे हैं। व्याभिचार और भ्रष्टाचार से हर कोई त्रस्त है। इन सभी से उबरने के लिए धर्म में दी गई शिक्षाओं को समझने तथा राष्ट्र के प्रति हमारे कर्तव्यों को भी समझकर उनकी पालना करने के लिए संकल्पबद्ध होने की जागरूकता के लिए यह अभियान शुरू किया गया है।