उदयपुर। बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजनान्तर्गत आईएमशक्ति निधि की जिला स्तरीय कार्यशाला बुधवार को महिला अधिकारिता आयुक्त रेणु जयपाल की अध्यक्षता में विज्ञान समिति सभागार में आयोजित हुई। कार्यशाला में आयुक्त जयपाल ने महिला स्वयं सहायता समूहों के सुदृढीकरण एवं महिलाओं को डेयरी, कृषि एवं ग्रामीण हस्तशिल्प उत्पादों के बारे में जानकारी ली एवं उनकी ब्राण्डिंग कर मार्केटिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए ताकि स्थानीय उत्पादों को वृहद् स्तर पर विपणन करने पर मदद मिल सके।
उन्होंने ग्रामीण महिला समूहों को सहकारिता के माध्यम से भी लाभान्वित करने की बात कही। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को इंदिरा महिला शक्ति निधि उद्यम प्रोत्साहन योजना से ऋण लेकर अपनी यूनिट को विस्तृत करने संबंधी जानकारी दी। आयुक्त ने विभिन्न परियोजनाओं की साथिनों से ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं यथा विभिन्न कुप्रथाओं, आत्महत्या, घरेलू हिंसा आदि के प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों के लिए सीएसआर के माध्यम से अपेक्षित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कार्यशाला में पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती चेतना भाटी ने घरेलू हिंसा अधिनियम एवं महिला अत्याचारों के निवारण हेतु बने कानूनों पर जानकारी प्रदान की। उन्होंने प्रत्येक पुलिस स्टेशन पर सुरक्षा सखी को जुड़ने की प्रक्रिया साझा की, जिससे महिलाओं को त्वरित न्याय मिल सके। कार्यशाला में महिला अधिकारिता उप निदेशक संजय जोशी ने विभिन्न योजनान्तर्गत जिले की प्रगति साझा की। कार्यशाला में संरक्षण अधिकारी राम किशोर खदाव, मंजू चौबीसा, मोहित रावल, ललित कटारा, सुनिता मेहरा, विकास चौधरी, विमला वीरवाल, लक्ष्मी नागदा एवं 200 साथिनों ने भाग लिया। जाजम बैठक में ग्रामीण महिलाओं से रूबरू हुई आयुक्त आयुक्त रेणु जयपाल ने ग्राम पंचायत सीसारमा में जाजम बैठक में भी भाग लिया। उन्होंने महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण एवं जीविकोपार्जन के लिए विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी व इनका लाभ दिलाने के निर्देश दियें। महिलाओं को प्रशिक्षण उपरान्त आय के बेहतर अवसर उपलब्ध कराकर उनके सशक्तिकरण की बात कही। वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण आयुक्त ने वन स्टॉप सेन्टर भुवाणा का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां प्राप्त होने वाले विभिन्न प्रकरणों एवं उनकी प्रकृति एवं कार्य निष्पादन के संबंध में किये जा रहे प्रयासों को जाना। साथ ही जिले में महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध अपराध एवं हिंसा के संबंध में ठोस एवं प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दियें। जनजाति क्षेत्र में व्याप्त विभिन्न कुरीतियों के उन्मूलन के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के उपनिदेशक एवं संरक्षण अधिकारी को निर्देश प्रदान किये। आयुक्त ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत बेटियों के प्रति सकारात्मक वातातरण निर्माण के लिए विभिन्न गतिविधियों के साथ ही कन्या वाटिका के बेहतर रखरखाव के निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने वहां पौधरोपण भी किया।