उदयपुर। स्व सुंदर सिंह भंडारी एवं जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर सुंदर सिंह भंडारी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुशंसिक संगठनों में अपने जीवन को समर्पित कर संगठन के द्वारा राष्ट्र की सेवा करने वाले समर्पित व्यक्तित्वों का उदयपुर के नगर निगम के सुखाड़िया रंगमंच सभागार में सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि असम राज्य के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया Gulab Chand Kataria थे कार्यक्रम की मुख्य वक्ता पूर्व मुख्यमंत्री राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया थी जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी थे। ट्रस्टी कुंती लाल जैन ने बताया कि समारोह का आगाज अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। समारोह के प्रारंभ में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत द्वारा सभी अतिथियों एवं विशिष्ट विभूतियों का शब्दों द्वारा मेवाड़ की धरती पर द्वारा स्वागत किया गया।
इस अवसर पर आयोजित व्याख्यान माला के विषय राष्ट्र निर्माण में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं सुंदर सिंह भंडारी जी के विशिष्ट योगदान पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया Vasundhara Raje ने अपने उद्बोधन में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी व स्व सुंदर सिंह भंडारी को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहां की श्यामा प्रसाद मुखर्जी को नेहरू जी के मंत्रिमंडल में सरदार वल्लभभाई पटेल की ज़िद के चलते लिया गया लेकिन कश्मीर में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान का विरोध कर उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दिया एवं कांग्रेस एवं कम्युनिस्ट का विरोध करने के लिए 21 अक्टूबर 1951 को जनसंघ की स्थापना की जो आज भारतीय जनता पार्टी के रूप में वट वृक्ष के रूप में विद्यमान है, वह दोनो ही महापुरुष आज अपने बीच में नहीं है लेकिन उनकी विचारधारा आज भी जीवित है।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय सुंदर सिंह भंडारी को उन्होंने कर्तव्य निष्ठ एवं सादगी के पर्याय बताते हुए कहा कि उन्होंने जीवन पर्यंत राष्ट्र की सेवा की, उन्होंने चिंगारी समाचार पत्र के माध्यम से देश में एक अलग ही अलख जगाया, उन्हीं की प्रेरणा से प्रेरित होकर गुलाबचंद कटारिया ने मेवाड़ और राजस्थान में उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाया, अपने संबोधन में उन्होंने राजमाता विजया राजे सिंधिया,अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, कुशाभाऊ ठाकरे, भैरोसिंह शेखावत, रज्जू भैया के साथ ही लालकृष्ण आडवाणी को भी याद करते हुए जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी में उनके सहयोग का स्मरण किया,
उन्होंने भंडारी जी के लिए कहा कि वह कभी झूठ नहीं बोलते एवं राज्यपाल होते हुए भी सादगी का जीवन व्यतीत करते थे, उन्होंने ट्रस्ट के पदाधिकारी को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि आज मैं इस समारोह में शामिल हुई, वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वही उंगली काटते हैं जिनको चलना सिखाते , सभी सम्मानित विभूतियों का नाम लेते हुए उनको बधाई दी |
असम के महामहिम गुलाबचंद कटारिया ने ट्रस्ट की स्थापना से लेकर आज दिन तक की यात्रा का वर्णन किया और कहा की इसी के माध्यम से हम महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा ले सकते हैं, इन महापुरुषों ने राष्ट्र के लिए अपना पूरा जीवन खपा दिया, इनकी त्याग तपस्या और बलिदान से ही आज देश उन्नति के शिखर पर पहुंचा, उन्होंने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए कहा कि वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने जिन्ना का धार्मिक आधार पर दो राष्ट्र प्रस्ताव का विरोध किया, जनसंघ की स्थापना के बाद हुए लोकसभा के चुनाव में मात्र तीन सांसद चुने गए जिसमें हमारे मेवाड का चित्तौड़ के सांसद उमाशंकर त्रिवेदी भी चुने गए जिसका हमें आज भी गर्व है, सुंदर सिंह भंडारी को हमने बहुत निकट से देखा वह सादगी के पर्याय, अनुशासित जीवन जीने वाले व्यक्तित्व एवं उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं थी, उन्होंने ट्रस्ट द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की और कहां की ऐसे महान विभूतियां को कोई कुर्सी एवं पद का लालच नहीं था, साथ ही ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं सभी आगंतुकों का धन्यवाद अर्पित किया।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं सुंदर सिंह जी भंडारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने विचार रखते हुए कहा कि उनका जीवन चरित्र प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इन सबका किया गया सम्मान
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विद्या भारती भारतीय मजदूर संघ,शिक्षा के क्षेत्र,लोकतंत्र सैनानी आदि विविध क्षेत्रों के माध्यम से समाज संगठन व राष्ट्र की सेवा करने वाले मनीषियों अजमेर से वासुदेव देवनानी जोधपुर से राजेंद्र गहलोत उदयपुर से श्रीमती संतोष गोधा, बीकानेर से श्री सत्य प्रकाश आचार्य अलवर से उमाशंकर झुंझुनू से दीनानाथ बाड़मेर से वासुदेव प्रजापत उदयपुर से योगेंद्र सिसोदिया उदयपुर से ही हेमेंद्र कुमार श्रीमाली सलूंबर से वेणीराम सुथार, जयपुर से रमाकांत शर्मा अजमेर से मधुर मोहन रंगा,उदयपुर से सोभाग नाहर,अलवर से ज्ञानदेव आहूजा,जयपुर से प्रहलाद सिंह अवाना का राज्यपाल कटारिया पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी द्वारा पगड़ी धारण करा,उपरणा पहना,तिलक कर अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत, शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, विधायक प्रताप भील, अमृतलाल मीणा, उदय लाल डांगी, पूर्व विधायक गोपीचंद , नानालाल अहारी, वंदना मीणा जिला अध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली, देहात जिला अध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान, महापौर जीएस टांक, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली,पूर्व महापौर रजनी डांगी, वयोवृद्ध समाजसेवी तेज सिंह बाँसी ट्रस्टी कुंती लाल जैन,गोपाल कुमावत, रजनी डांगी डॉ उमाशंकर शर्मा प्रेम सिंह शक्तावत शांतिलाल चपलोत सहित पार्षद पूर्व पार्षद वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे । कार्यक्रम का संचालन आलोक पगारिया ने किया एवम धन्यवाद की रस्म शहर विधायक ताराचंद जैन ने दी।
कटारिया ने कार्यकर्ता को धकेला
कार्यक्रम के बीच एक कार्यकर्ता के मंच पर राजे का स्वागत करने पहुंचने पर कटारिया ने उनको नीचे जाने को कहा और कहा कि बाद में स्वागत करना। वे नहीं माने तो कटारिया ने उनको धकेला जिसका एक वीडियो भी बहुत वायरल हुआ। बाद में राजे ने उस जनसंघ के व्यक्ति से मुलाकात की माला पहनी और उसकी बात सुनी। कार्यक्रम में मंच से कटारिया ने कहा कि कार्यक्रम के बीच कोई डिस्टर्ब करेगा तो सब उसकी तरह मंच पर आ जाएंगे जो ठीक नहीं है।