उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर का 67 वंा चार्टर दिवस आज रोटरी बजाज भवन मंे आयोजित किया गया। इस अवसर पर क्लब के सभी पूर्वाध्यक्षों एवं पूर्व सचिवों को सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि महाराणा भूपाल सार्वजनिक चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. आर.एल.सुमन थे।
समारोह में बोलते हुए डॉ. सुमन ने कहा कि कोई भी गलती हुई हो तो उसके तीन नियम होते है। पहला स्वीकार करें, उससे सीखें एवं दुबारा न करें और इन्हीं तीन नियमों पर मैं भी चल रहा हूं। एम बी.हॉस्पीटल भी पीड़ित मानव की सेवा करने में आगे बना हुआ और उसी कारण यह उत्तर भारत का ऐसा पहला सार्वजनिक चिकित्सालय बन गया है जिसे एनएबीएच सर्टिफिकेट मिला है।
उन्होंने बताया कि इसी वर्ष जनवरी माह में हॉस्पीटल में अस्पताल मित्र योजना प्रारम्भ की गई जिसके तहत 69 लावारिस लोगों को उनके परिजनों से मिलवाया गया और विगत सितम्बर माह में आउटडोर के प्रथम तल पर डोमेस्टिक वॉयलैंस काउन्सिलिंग सेन्टर इस उद्देश्य के साथ खोला कि वर्तमान में देश में 35 प्रतिशत महिलाओं के साथ हो रही घरेलू हिंसा में काउन्सिलिंग कर कमी लायी जा सकें। इनमें भी 70 प्रतिशत महिलायें पुलिस में रिपोर्ट ही नहीं करती है।
पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने कहा कि किसी भी क्लब के लिये चार्टर डे बहुत बड़ा दिन होता है। उस दिन उस क्लब का जन्म हुआ होता है। उन्होंने बताया कि यह विश्व संभवतः पहला ऐसा क्लब है जिसने प्रान्त को 6 प्रान्तपाल दिये है।
चार्टर सेलिब्रेशन कमेटी चेयरमैन नक्षत्र तलेसरा ने कहा कि क्लब ने सेवा कार्यो से पूरे शहार में अपनी एक अलग पहिचान बनायी है। क्लब ने विशेष रूप से एमबी हॉसप्ीटल मे ंअनेक सर्विस प्रोजेक्ट किये है।
सम्मान समारोह का संचालन करते हुए क्लब अध्यक्ष अनिल छाजेड़ ने क्लब के इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि क्लब पहली बैठक 8 जून 1958 को फिल्ड क्लब में हुई थी। क्लब के प्रथम अध्यक्ष एस.डी.उज्ज्वल एवं सचिव पी.पी.सिंघल थे।
ये हुए सम्मानित- मुख्यअतिथि डॉ. आर.एल.सुमन,निर्मल सिंघवी,नक्षत्र तलेसरा, मानिक नाहर ने क्लब के अध्यक्षों रमेश चौधरी,महेन्द्र टाया,निर्मल सिंघवी, नक्षत्र तलेसरा,सुरेश सिसोदिया,वीरेन्द्र सिरोया,डॉ. अनिल कोठारी,पी.एल.पुजारी,यू.एस.चौहान,लक्ष्मणसिंह कर्णावट, डॉ. निर्मल कुणावत,सुशील बांठिया,मानिक नाहर,ओ.पी.सहलोत,बी.एल.जैन,सतीशचन्द्र जैन,बी.एल.मेहता,गिरीया मेहता,अनिल छाजेड़,दीपक मेहता को उपरना ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इसी प्रकार पूर्व सचिवों डी.पी.धाकड़,हेमन्त मेहता,अजय अग्रवाल,एडवोकेट विवेक व्यास,एडवोकेट भरत सरूपरिया को सम्मानित किया गया।
पूर्व में एडवोकेट भरत सरूपरिया ने सचिवीय रिपोर्ट एवं ईश वंदना श्रीमती राजेन्द्र चौहान ने प्रस्तुत की। अंत में आभार भरत सरूपरिया ने ज्ञापित किया।