जयपुर। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने मंगलवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि डूंगरपुर जिले में कुल 8 आईटीआई का निर्माण प्रक्रियाधीन है और इनमें से सात इसी वर्ष स्वयं के भवन में आरंभ हो जाएंगी।
चांदना ने प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्य द्वारा पूछे पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि बिच्छीवाड़ा में 9.97 करोड़ में से 3.77 करोड़ रुपये, चिखली 9.97 करोड़ रुपये में से 8.72 करोड़ रुपये, गलियाकोट में 9.97 करोड़ रुपये में से 7.46 करोड़ रुपये, झोथरी .97 करोड़ में से 8.14 करोड़ रुपये, सिमलवाडा में 6.72 करोड़ रुपये, दोवडा में 4.13 करोड़ रुपये, आसपुर में 8.39 करोड़ रुपये और साबला में आईटीआई भवन निर्माण पर 4.05 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि साबला को छोड़कर अन्य सभी सातों औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को इसी सत्र से स्वयं के भवन में आरंभ कर दिया जाएगा। सबला में भी जुलाई 2023 को आरंभ कर दिया जाएगा।
इससे पहले श्री चांदना ने विधायक श्री गोपीचंद मीणा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि राज्य सरकार डुंगरपुर जिले में नवसृजित 7 संस्थानों का संचालन स्वयं के भवन में किये जाने की मंशा रखती है। उन्होंने बताया कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चिखली स्वयं के भवन में संचालित है। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बिच्छीवाडा, गलियाकोट, झोथरी, सिमलवाडा, दोवडा एवं आसपुर में प्रवेश सत्र जुलाई-अगस्त 2022-23 में स्वयं के भवन में संचालित किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बजट घोषणा वर्ष 2013-14 संशोधित 2014-15 के अन्तर्गत 7 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों क्रमशरू बिच्छीवाडा, गलियाकोट, झोथरी, सिमलवाडा, दोवडा, आसपुर एवं चिखली की प्रशासनिक स्वीकृति 17 दिसंबर 2014 को जारी की गई थी। उन्होंने इससे संबधित जानकारी सदन के पटल पर रखी।
श्री चांदना ने बताया कि बजट घोषणा वर्ष 2014-15 संशोधित 2017-18 के अन्तर्गत डुंगरपुर जिले में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सबला की प्रशासनिक स्वीकृति 8 जून 2016 जारी की गई थी। उन्होंने इससे संबधित जानकारी सदन के पटल पर रखी। उन्होंने डुंगरपुर जिले में विगत 5 वर्षाे में सरकार द्वारा खोले गये राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अध्ययन व ट्रेनिंग कर रहे छात्रों का आईटीआई वार विवरण सदन के पटल पर रखा।