उदयपुर । सकल जैन समाज उदयपुर की प्रतिनिधि संस्था महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में श्रमण भगवान महावीर स्वामी के 2622वें जन्म कल्याणक महोत्सव के 10 दिवसीय आयोजनों की श्रृंखला में पांचवें दिन गुरुवार को सकल जैन समाज की 1008 महिलाओं ने पहली बार जिन शासन की देवियों और तीर्थंकर की माताओं को समर्पित जैन गरबा रम कर नया इतिहास का सृजन किया है।
महावीर जैन परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि जैन आगम के अनुसार प्रत्येक 24 तीर्थंकरों के अलग-अलग शासन देव और शासन देवियां होती है। उन्हीं की स्तुति में जैन समाज की 1008 महिलाओं ने 24-24 के ग्रुप बनाकर आकर्षक रूप से गरबा रमते हुए सैकड़ों दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। फत्तावत ने अपने उद्बोधन में कहां कि इतनी संख्या में मेवाड़ की जैन महिलाओं का एक साथ एक सी वेशभूषा में गरबा नृत्य करना एक इतिहास रचना है। भक्तिभाव से सरोबार इस प्रकार के कार्यक्रम हमारी परम्पराओं एवं संस्कारों को जीवंत रखते है और हमारी आने वाली पीढ़ी भी धर्म एवं समाज से जुड़ती है।
भारतीय जैन संघटना महिला विंग अध्यक्षा मीना कावडिय़ा ने बताया कि इस उदयपुर बने कुण्डलपुर में 1008 जैन समाज की युवतियां एवं विवाहितओं ने एक जैसे परिधान पहनकर भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक पर बजे कुण्डल पुर में बधाई, महावीर जन्मे… उड़ी उडी जाए, उड़ी उडी जाए…, दादा तेरे दर पर आए आज दर्शन देदो… बाजे रे ढ़ोल रे बाबा, म्हारी प्रभु री भक्ति में ढोल बाजे गीतों पर जमकर जैन गरबा नृत्य किया। एक साथ डांडियों की खनक से पूरे वातावरण सुनाई दे रही थी । इस दौरान दर्शकदीर्घा में बैठक श्रावक-श्राविकाओं ने जमकर भगवान के जयकारों से वातावरण गुंजाय मान रहा।
भारतीय जैन संघटना के अध्यक्ष यशवंत कोठारी ने बताया कि समारोह में सम्मानीय अतिथि पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती मधु मेहता, महिला समृद्धि बैंक की अध्यक्षा श्रीमती किरण जैन तथा समाजसेवी श्रीमती किरण तातेड़ का संस्था के दीपक सिंघवी, भूपेन्द्र गजावत, प्रियंका जैन, नीतू गजावत आदि ने मेवाड़ी पगड़ी व उपरणा धारण कराकर स्वागत किया गया।
संघटना के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक सिंघवी ने बताया कि 1008 महिलाओं को 24 तीर्थंकरों व मैना सुन्दरी, चन्दनबाला, पद्मावती, दम्यंती व शिरवती गु्रप में विभाजित कर दो राउण्ड में गरबा कराए गए। जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले ग्रुप को क्रमश: 11000, 7000 तथा 5000 के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। निर्णायिका की भूमिका के रूप में गुजराती समाज की महिला पदाधिकारी श्रीमती प्रांजल रावल एवं श्रीमती रश्मि पटेल ने अपनी भूमिका निर्वहन की। इनका भी मेवाड़ी पगड़ी, उपरणा व प्रशस्ति पत्र देकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में विनोद फान्दोत, यशवंत कोठारी, सुधीर चित्तौड़ा, विजयलक्ष्मी गलूंडिया, नीता छाजेड़, मीना कावडिय़ा,भूपेन्द्र गजावत, प्रियंका जैन, नीतू गजावत, श्याम नागोरी, अरूण मेहता, अभिषेक संचेती, संदीप कावडिय़ा , हेमेन्द्र मेहता, निलेश भण्डारी, जय चौधरी, आयुश वक्तावत आदि उपस्थित थे।
– नमस्कार महामंत्र जाप एवं 1008 दीपों की महाआरती आज
परिषद के कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने बताया कि स्थानीय शुभ केसर गार्डन में शुक्रवार को शाम 6.30 बजे सामूहिक नमस्कार महामंत्र जाप एवं 1008 दीपों की महाआरती का आयोजन होगा।