डूंगरपुर। गुजरात के साबरमती से रवाना हुई कांग्रेस की दांडी यात्रा शुक्रवार गुजरात-राजस्थान के रतनपुर बोर्डर पर पहुंचेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक, प्रदेश प्रभारी अजय माकन समेत कांग्रेस के कई मंत्री और नेता यात्रा का बॉर्डर पर स्वागत करेंगे। बाद में जनसभा को संबोधित किया जाएगा। ये नेता केन्द्र की भाजपा सरकार व राजस्थान के भाजपा नेताओं को निशाने पर लेंगे।
शुक्रवार को दांडी यात्रा राजस्थान में प्रवेश करेंगी। वहां होने वाली जनसभा में बड़ी संख्या में लोगो की भीड़ जुटाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को लक्ष्य दिए गए है। राजस्थान में 700 किलोमीटर तक ये यात्रा निकाली जाएगी. रोजाना 20 किमी का सफर करेगी। कांग्रेस सेवादल की ओर से निकाली जा रही इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया से युवाओं को धर्म और जाति के नाम पर गुमराह करने वालो के खिलाफ जागरूक करना बताया गया है।
इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को उदयपुर संभाग के उदयपुर-डूंगरपुर जिले के दौरे को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। उदयपुर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत सुबह 9.50 बजे स्पेशल प्लेन से उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और यहां से सुबह 10 बजे हेलिकॉप्टर से डूंगरपुर के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। मुख्यमंत्री का सुबह 10.30 बजे रतनपुर बॉर्डर (डूंगरपुर) में जनसभा का कार्यक्रम है। कार्यक्रम उपरांत मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे रतनपुर बॉर्डर से हेलीकॉप्टर से उदयपुर के लिए प्रस्थान कर दोपहर 12.30 बजे उदयपुर पहुंचेगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शाम को 5 बजे उदयपुर कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन शुक्रवार सुबह 9.50 बजे विशेष विमान से उदयपुर आकर 10 बजे रतनपुर बॉर्डर के लिए प्रस्थान करेंगे तथा पुनः 12.30 बजे उदयपुर पहुंचेंगे।
इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक गुरुवार रात को उदयपुर पहुंच गए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलो सहित अन्य अतिविशिष्ट अतिथियों की उदयपुर-डूंगरपुर यात्रा के दौरान सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में विभिन्न अधिकारियों को दायित्व सौंपे है। उदयपुर कलक्टर ने आदेश जारी कर निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप सुरक्षा, प्रोटोकॉल, समन्वय, आवास, चिकित्सा व्यवस्था, एंबुलेंस व अग्निशमन वाहन सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए अधिकारी नियुक्त कर दिशा-निर्देश प्रदान किये है।
दक्षिणी राजस्थान की राजनीति को समझे
बांसवाड़ा व डूंगरपुर की 9 विधानसभा सीटों में से भाजपा के पास 3 सीटें ही हैं। दो पर बीटीपी का परचम है तथा बची चार कांग्रेस के खाते में है। उदयपुर जिले में आठ में से पांच सीटें जनजाति बाहुल्य है। इसमें खेरवाड़ा कांग्रेस के पास है बाकी सभी भाजपा के पास है। जनरल सीटों में से एक वल्लभनगर सीट उप चुनाव में कांग्रेस जीती।