उदयपुर। उदयपुर शहर के इतिहास में मंगलवार को एक नया अध्याय लिखा गया, विगत आठ माह से शहर में आध्यात्मिक मूल्यों को पुनःप्रतिष्ठित करने प्रवास कर रहे युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ति शासनश्री मुनि सुरेश कुमार व साध्वी परमप्रभा का आध्यात्मिक मिलन हुआ।
उल्लेखनीय है मुनि सुरेश कुमार के सहवर्ती मुनि संबोध कुमार व साध्वी परम प्रभा की सहवर्तिनि साध्वी विनीत प्रभा पुत्र और माँ है दोनो ने 25 वर्ष पूर्व आचार्य महाप्रज्ञ के कर कमलों से सरदारशहर के ताल मैदान में दीक्षा ग्रहण की थी। सन 2023 नवम्बर में दोनो की दीक्षा रजत जयंती उत्सव होगा ,साध्वी वृंद ने 14 दिनो में 170 किलोमीटर विहार कर प्रातः10 बजे भुवाणा स्थित देवेंद्र धाम पहुँचे तो दस वर्षों बाद माँ -बेटे के मिलन का साक्षी बनने श्रावक समाज उमड़ पड़ा। इस अवसर पर मुनि सुरेश कुमार ने कहा गुरु की जिसके अनंत कृपा हो उसीके हिस्से में एसे पुण्यशाली अवसर आते है।
मुनि संबोध कुमार ने कहा 10 साल से माँ से मिलना एक अजीब एहसास है मेरा सौभाग्य है कि मुझे तपस्वीनी माँ मिली । माँ का अनहद उपकार है उन्हें किसी भी क़ीमत पर चुकाया नहि जा सकता। साध्वी परम प्रभा ने कहा की तेरापंथ धर्मसंघ की विराटता का ये मिलन एक महान उदाहरण है। साध्वी प्रेक्षा प्रभा ने उदयपुर के लोगों की सेवाओं का उल्लेख करते हुए पुण्यशालियों को एसे संतों का प्रवास मिलता है। मातुश्री साध्वी विनीत प्रभा ने कहा माँ हूँ , साध्वी हूँ तो भी ममता की परीक्षा देते देते आज प्रतीक्षा की घड़ी ख़त्म हुई । साध्वी श्रेयश प्रभा भी उपस्थित थी। इस मोके तेरापंथ सभा अध्यक्ष अर्जुन खोखावत तेयूप अध्यक्ष अक्षय बड़ाला टी पी एफ अध्यक्ष हिमांशु राय नागौरी इन्दुबाला पोरवाल ने साध्वी के स्वागत व मिलन की प्रसनता व्यक्त की। मंच संचालन सभा मंत्री विनोद क़छारा व आभार एस पी मेहता ने किया।