उदयपुर। उदयपुर के गोवर्धनविलास पुलिस ने उदयपुर में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 7 शातिर बदमाश गिरफ्तार किए है।
उदयपुर एसपी योगेश गोयल के निर्देशानुसार श्री गोपाल स्वरूप मेवाडा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय व सूर्यवीर सिंह राठौड वृताधिकारी वृत गिर्वा के सुपरविजन में भवानी सिंह राजावत थानाधिकारी, गोवर्धनविलास के नेतृत्व में गोवर्धनविलास पुलिस टीम ने धारा 3/4 राजस्थान सार्वजनिक घ्रूत अध्यादेश एवं 318(4), 319(2), 338, 336(2), 340(2), 61(2) बी.एन.एस व 66(बी), 66(डी) आईटी एक्ट में कार्यवाही की पुलिस ने इस मामले पुष्पेन्द्र सिंह,शक्ती सिंह, महेन्द्र सिंह, कृष्णपाल सिंह, राहुल, विशाल व प्रकाश को धोखाधड़ीपूर्वक ऑनलाइन सट्टा खिलाते हुये को गिरफतार किया गया है व इनके कब्जे से करोडों के लेनदेन के हिसाब के 03 रजिस्टर, 05 लेपटॉप, 12 मोबाईल, 06 बैंक डायरी तथा 06 एटीएम व डेबिट कार्ड बरामद किये गये।
एसपी ने बताया कि 11.12.2024 को पुलिस टीम को सूचना मिली की दक्षिण विस्तार योजना स्थित एक मकान में कुछ युवक ऑनलाइन सट्टा खिलवाने का काम करते है। उक्त सूचना पर पुलिस टीम ने मौके पर जाकर उक्त मकान को चैक किया तो मकान के एक कमरे में कुछ युवक लेपटॉप व मोबाईल पर ऑनलाईन काम करते हुए नजर आये। जो अचानक पुलिस टीम को देखकर सकपका कर खडे हो गये। उक्त सभी को पुलिस टीम द्वारा लेपटॉप व मोबाईल पर कर रहे कार्य के बारे में पूछा तो सभी ने बारी-बारी बताया कि हम सभी ऑनलाईन बेटिंग वैबसाईट के जरिए ऑनलाइन सट्टा खिलवाने का कार्य करते है। आरोपी ऑनलाईन साईट चलाते है। जिस पर ग्राहको को जोडकर उनको राषि के बदले पॉईटस देकर ऑनलाईन जुआ-सट्ट्ा खिलवाने का कार्य करते है।
ये तरीका अपनाते थे बदमाश
एसपी ने बताया कि गिरफतारशुदा अभियुक्तगण लेपटॉप व मोबाईल पर ऑनलाईन बेटिंग वैबसाईट पर विभिन्न खेलो के माध्यम से जुआ-सट्टा खिलवाने का कार्य करते है। ऑनलाईन जुआ-सट्टा खेलने वाले ग्राहक वैबसाईट के माध्यम से आरोपियों द्वारा दिये गये व्हाटसअप नम्बर से सम्पर्क करते है। जिन ग्राहको को ऑनलाईन जुआ-सट्टा खेलना हो उन ग्राहकों को ये बदमाश अपनी मास्टर आईडी से ग्राहको को क्लाईंट आईडी उपलब्ध करवाते है। ग्राहक ऑनलाईन बेटिंग वेबसाईट पर आईडी बनवाने के लिए तथा उक्त आईडी में पॉईंटस प्राप्त करने के लिए बदमाशों की और से तैयार किये गये फर्जी खातो में राशि भेजते हैं। ग्राहको द्वारा भेजी गई राशि का हिसाब रजिस्टर में लिखा जाता है। ग्राहकों द्वारा भेजी गई राशि को अभियुक्तगणों द्वारा अपने अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर कर ली जाती है या एटीएम द्वारा निकाल ली जाती है। ऑपरेंटिंग गिरोह के सरगना विवेक व शरद द्वारा की जाती है तथा उक्त कार्य से मिलने वाली राशि सरगना विवेक व शरद द्वारा अर्जित की जाती है।
ये बदमाश पकड़ में आए
- पुष्पेन्द्र सिंह पिता भंवर सिंह निवासी लसानी थाना देवगढ जिला राजसमंद।
- शक्ती सिंह पिता गुलाबसिंह निवासी केवडों का लोहारिया, जावदा जिला चितौडगढ।
- महेन्द्र सिंह पिता मान सिंह निवासी जसवंतपुरा, सिंगोली जिला निमच मध्यप्रदेष।
- कृष्णपाल सिंह पिता दयाशंकर निवासी पथराहठ, गौरी बाजार, देवरिया उतरप्रदेष।
- राहुल पिता सुखदेव सिंह निवासी धनायका थाना चारभुजा जिला राजसमंद।
- विषाल पिता हजारी लाल निवासी हापाखेडी थाना निकुंभ जिला चितौडगढ।
- प्रकाष पिता सोहन निवासी डुंगाखेडा थाना आमेट जिला राजसमंद।
पुलिस टीम में ये शामिल थे
भवानी सिंह राजावत थानाधिकारी, गोवर्धनविलास।
धर्मवीर सिंह स.उ.नि.।
मनोहर सिंह स.उ.नि.।
हेमेन्द्र सिंह हैडकानि. 2623
भगवती लाल हैडकानि. 1481।
दिनेश सिंह कानि. 678।
हेमंत कुमार कानि. 1480।
राजेश कुमार कानि. 3257।
सुरेन्द्र सिंह कानि. 2813।
अंकित सिंह कानि. 1719।
जितेन्द्र सिंह कानि. 2801।
ब्रजराज सिंह कानि. 2830।
लोकेश रायकवाल साईबर सैल, उदयपुर।