उदयपुर। हमारी संस्कृति में देवी-देवताओं की सवारियां पशु पक्षियों की देखी गई है और यह इस बात का प्रतीक है कि इस सृष्टि के संरक्षण में इन वन्यजीवों का अतुल्य योगदान है। यह बात जिला प्रभारी मंत्री श्री रामलाल जाट ने शुक्रवार को उदयपुर के गोल्डन पार्क में विश्वविख्यात तीन दिवसीय उदयपुर बर्ड फेस्टिवल के शुभारंभ अवसर पर कही। मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने गुब्बारे उड़ाकर इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही राजा-महाराजा वन एवं वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रहे और इनके प्रयासों से हमारे वन समृद्ध व सुरक्षित है। वर्ष 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने जो वाइल्ड लाइफ एक्ट बनाया वो आज कारगर साबित हो रहा है। पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखने के लिए वन एवं वन्यजीवों का होना जरूरी है ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों अपेक्षा है कि वनों के विकास एवं संरक्षण के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से तालमेल बनाए रखते हुए कार्य करें।
वन संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार:
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लव-कुश वाटिका स्थापना और घर-घर औषधि वितरण योजना तथा गत वर्ष 3 हजार किलोमीटर वन भूमि की बाउंड्रीवॉल बनाते हुए वन संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में रणथंभोर, सरिस्का, घना आदि प्रमुख अभयारण्य है, जहां कई दुर्लभ वन्य जीव और पक्षी आश्रय प्राप्त हैं, इनके संरक्षण-संवर्धन के लिए वन विभाग तथा स्थानीयजन भी प्रयासरत है।
आश्चर्यजनक है पक्षियों की उड़ान:
प्रभारी मंत्री जाट ने कहा कि कई ऐसे प्रवासी पक्षी हैं जो 13 हजार किलोमीटर से ज्यादा बिना रूके उड़कर हमारे प्रदेश तक आते हैं जोकि आश्चर्यजतक है। ऐसे आयोजन का यही उद्देश्य है कि हमारे पेड़ पौधे सुरक्षित रहे, वन्यजीव सुरक्षित रहे और पूरी प्रकृति का सरंक्षण सुनिश्चित हो। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले वन्यजीव प्रेमियों, पर्यावरण प्रेमियों, संस्थाओं आदि से आह्वान किया कि वे इसके लिए आमजन को जागरूक करें और उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करें।
युवा पीढ़ी की भूमिका अहम:
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री जाट ने कहा कि वर्तमान दौर में वन एवं वन्य जीव संरक्षण के साथ प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने में युवा पीढ़ी की भूमिका अहम है। हमे विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में पर्यावरण से संबंधित पहलुओं को और अधिक प्रभावी बनाना होगा तथा युवा पीढ़ी को प्रेरित करना होगा कि वो आगे आकर कार्य करें और संुरक्षित व संरक्षित वातावरण निर्माण कर समाज व राष्ट्रहित में अपना योगदान दें।
मेनार जल्द घोषित होगा वेटलेंड:
समारोह में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने जिले में वन विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पक्षियों के लिए विश्वविख्यात मेनार तालाब जल्द वेटलेंड घोषित होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के नोटिकिकेशन के तहत सारी प्रक्रिया पूर्ण कर राज्य सरकर को भेज दिया गया है। नोटिफिकेशन अंतिम चरण है और मेनार वेटलेंड बनेगा। इससे क्षेत्र का समेकित विकास हो सकेगा। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में सज्जनगढ़ एवं जयसमंद को इको सेंसेटिव जॉन घोषित किया गया है और इसके लिए प्रशासन सतत प्रयासरत है। कलक्टर ने बताया कि यूआईटी के माध्यम से राशि स्वीकृत कर सज्जनगढ़ का जोनल प्लान तैयार कर लिया है और जयसमंद के जोनल प्लान के लिए भी डीएमएफटी से स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। जोनल प्लान तैयार होने से व्यवस्थित विकास हो सकेगा और फ्लोरा-फोना के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध होगा।
बर्ड पार्क सरकार की सौगात:
कलक्टर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में बर्ड पार्क की सौगात दी है जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे पक्षियों को सुरक्षित वातावरण मिला है और पर्यटन के क्षेत्र में इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में पैंथर संरक्षण व वन क्षेत्रों की आग से बचाव के लिए उपकरण उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया था, जिस पर पेंथर रेस्क्यू सेंटर की घोषणा की गई व केवड़ा की नाल प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि उदयपुर में वन व पर्यावरण के विकास के लिए डीएमएफटी के माध्यम से 20 करोड़ के विकास कार्य करवाए जाएंगे जो विशेष उपलब्धि है।
प्रारंभ में मुख्य वन संरक्षक आर.के.खेरवा व उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा ने अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों को हेट व बर्ड्स के बैज लगाकर तथा स्मृति चिह्न भेंटकर सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने बर्ड फेस्टिवल से संबंधी पक्षी दर्शन पॉकेट बुक व स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर हेड अनुपम निधि ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, राज्यमंत्री जगदीश राज श्रीमाली व संदीप सिंह चौधरी, समाजसेवी लालसिंह झाला, लक्ष्मीनारायण पं्ड्या, विवेक कटारा, पंकज शर्मा, सीसीएफ आरके सिंह, आरके खेरवा, आरके जैन, डीएफओ मुकेश सैनी, सुपांग शशि, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश सुथार, नवलसिंह चुण्डावत, अरूण टांक, जगदीश अहीर, विनोद जैन आदि मौजूद रहे।
ख्यात पक्षीविद् व पर्यावरणप्रेमियों ने की शिरकत:
समारोह में बीएनएचएस के पूर्व निदेशक डॉ. असद रहमानी, डॉ. रजत भार्गव, पूर्व सीसीएफ राहुल भटनागर, पर्यावरणविद् डॉ. सतीश शर्मा, वीएस राणा, सोहेल मजबूर, प्रतापसिंह चुंडावत, पक्षीविद् शरद अग्रवाल, प्रीति मुर्डिया, विनय दवे, देवेन्द्र श्रीमाली, देवेन्द्र मिस्त्री, विधान द्विवेदी, कनिष्क श्रीमाल, अरूण सोनी सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, पक्षी विशेषज्ञ, बड़ी संख्या में पर्यावरणप्रेमी, विद्य़ार्थी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सतीश शर्मा व राजेन्द्र सेन ने किया।
तितलियों का रंगीन संसार देख अभिभूत हुए मंत्री व अन्य अतिथि
कार्यक्रम स्थल पर तितलियों का रंगीन संसार साकार दिखाई दिया। तितलियों पर शोध कर रहे डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बे के तितली विशेषज्ञ मुकेश पंवार, शर्मिला पंवार तथा उनकी बेटी वेनिका पंवार ने प्रभारी मंत्री श्री जाट व अन्य अतिथियों को तितलियों के जीवनचक्र के फोटोग्राफ्स के साथ होस्ट प्लांट पर लार्वा व प्यूपा का लाईव प्रदर्शन करते हुए तितलियों के जीवनचक्र के बारे में जानकारी दी। नन्हीं बच्ची के हौसले और ज्ञान को देखकर मंत्री श्री जाट प्रभावित हुए और बच्ची के प्रयासों को सराहा। इस अवसर पर अतिथियों ने वन उपज पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और विभिन्न स्टॉल्स पर जाकर उत्पादों की जानकारी ली।
पक्षियों की जलक्रीड़ा ने मन मोहा:
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री जाट एवं अन्य अतिथियों ने दूरबीन से बर्ड वाचिंग की और पक्षियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। पक्षियों की जलक्रीडा देख मंत्री एवं अन्य सभी अतिथि व बर्ड प्रेमी अभिभूत हुए और आयोजन को सराहा। अतिथियों को पक्षीविद् विनय दवे तथा उज्ज्वल दाधीच ने पक्षियों के बारे में जानकारी दी। समारोह में बर्ड पार्क में ग्रीन मुनिया द्वारा किए गए प्रजनन के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर वन, वन्यजीव व पक्षी संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया।