उदयपुर। प्रताप गौरव केन्द्र “राष्ट्रीय तीर्थ ” में लग रही पांच दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी एवं शरद उत्सव के चौथे दिन रविवार को शहरवासियो और पर्यटकों का हुजुम उमड़ पड़ा। रविवार का अवकाश होने के कारण सर्द होंने के बावजूद भी मेले सा नजर रहा। वही दूसरी ओर शाम को बाबा सत्यनारायण मौर्य ने चंद मिनटों में ही महापुरुषो की पेंटिंग बनाई,उनकी अद्भुत कला देखकर दर्शक बाग बाग हो गए।
प्रताप गौरव केन्द्र निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि जय गणपति वंदन गण नायक, तेरी छवि अति सुंदर
के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। सौगन्ध राम की खाते है, मंदिर वही बनाएंगे, राम लाल आएंगे, मंदिर भव्य बनाएंगे यह नारा देने वाले सत्यनारायण मौर्य ने जय दुःख भजन मारुति नंदन गीत के बीच सर्वप्रथम श्री हनुमान जी का चित्र उकेरा, जिस पर उपस्थित दर्शकों ने ताली बजाकर साथ दिया।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हमे भारत मे बनने वाली वस्तु को खरीदने चाहिए। हिंदुओ का नव वर्ष प्रकृति मानती है, यह हमारी संस्कृति है।कवि के रूप में बाबा ने मंच साझा करते हुये कविता को, गीतों को राष्ट्रवाद से जोड़कर स्वयं प्रस्तुति दी।
जो लोग देश, राष्ट्र, मानवता के लिये जीते है, वही सच्चा जीवन है। मौर्य ने देश भक्ति के तराने गाते हुए महापुरुषो का चित्र बनाया। एक हाथ व ब्रश से श्री हनुमान जी,भारत माता, राम भगवान के चित्र उकेरे।
मौर्य ने कहा कि हर उम्र मे सत्कार्य कर लेना चाहिए। सब सिखाएंगे जवानी का समय है, लेकिन बाबा कहता है देश के लिए समय दो। याद रखना भक्ति के साथ शक्ति भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि विवेकानंद ने, महाराणा प्रताप ने उम्र का इंतजार किया क्या, उन्होंने भी तो अपने का उत्सर्ग कर दिया।बाबा ने सबके लोगो को हाथ उठा कर संकल्प दिलाया कि हमें जो संसकार मिले है, वह हमे अपनी पीढ़ी के देना है। आज हम बचचो को गिफ्ट देने की नही, समय देने की जरूरत है। पैसा आपको सम्मान दिला सकता है कि दिल से बात करने पर मन बनता है। हम सब प्रयास करते है कि जीवन में रस आना चाहिए, लेकिन आज वायरस आ गया है। अपनी परम्परा को मत छोड़ो, योग अपनाओ, साधना करो। संकल्प लो कि सप्ताह में एक बार परिवार में साथ खाना बनाओ और साथ भोजन करो, यह करने से परिवार की आधी चिंता व समस्या दूर हो जाएगी।
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उन्होंने सामाजिक समरसता की ओर इंगित करते हुए कहा कि आज हमें सबको सम्मान देने की जरूरत है।इस अवसर पर परयावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आरय, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उदयपुर विभाग प्रचारक आनंद प्रताप, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति के अशोक पुरोहित, महावीर चपलोत भी उपस्थित थे।