उदयपुर। जैन तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन मुनि सुरेश कुमार की प्रेरणा, मुनि सम्बोध कुमार के निर्देशन में शहर के भुवाणा स्थित देवेन्द्र धाम में साधु-साध्वियों द्वारा निर्मित हस्त शिल्प की आयोजित प्रदर्शनी को देखकर नागरिको ने कहा – आश्चर्य, अद्भुत, ज्ञानवर्धक अखरोट से बनें कटोरी, नारियल से बने प्याले पर उकेरें आगम वाक्य, इंच के पेपर पर अठारह अध्याय भागवत गीता, डेढ इंच पन्ने पर सम्पूर्ण भक्तामर, स्वर्ग-नरक चित्र,एक चित्र में अनेको चित्रों ने दांतो तले उंगली दबाने मजबूर कर दिया।
सुबह नौ बजे से शुरू हुइ एग्जीबिशन दोपहर तीन बजे तक चले एग्जीबिशन में श्रमण संघीय विजय मुनि म. सा, जिनेन्द्र मुनि म.सा, चंदेश मुनि म.सा, साध्ती विचक्षण श्रीजी,साध्वी अर्पिता श्री जी,वंदिता श्री, साध्ती मोक्ष्दा श्री, तेरापंथ धर्मसंघ की साध्ती परम प्रभा , साध्वी विनीत प्रभा, प्रेक्षा प्रभा, साध्ती श्रेयसप्रभा ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा- जैन साधु- साध्वीयों की यह दिव्य कला का अनुपम संसार है।
इस मौके नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, विधायक ग्रामीण फुलचंद मीणा, जिला खाद्य उपभोक्ता संयोजक प्रमोद सामर, देवस्थान विभाग अपर आयुक्त ओ. पी. जैन, मुख्य वन संरक्षक आर. के जैन, मुकेश पटेल, एक्साइज कमिशनर, शेषन जज महेन्द्र मेहता, सुरेश जैन उपसभापति डुंगरपुर, पुर्व सभापति रजनी डांगी, तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन खोखावत,मंत्री विनोद कच्छरा, तेयुप अध्यक्ष अक्षय बड़ाला, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा पोरवाल,टी॰पी॰एफ अध्यक्ष हिमांशुराय नागौरी सहित 500 लोगो ने प्रर्दशनी देखी। दूसरी बार शहर में आयोजित इस अद्भुत प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए नेता प्रतिपक्ष ने मुनिश्वर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा- यह कला स्तब्ध कर रही है, युवाओं को इससे मार्गदर्शन मिलेगा। प्रदर्शनी के प्रबंधन में झील पोरवाल, डा. ज्योति नाहर, आशा पोरवाल, चहल पोरवाल, मुदित पोरवाल, हनी पोरवाल, रेखा जैन,जय जैन, धय जैन, नमीता पोरवाल ,पिंकू खोखावत,राणु चौधरी,वैभव चौधरी,कशिश सोनी, साक्षी हीरण, कृति नान्द्रेचा, चन्द्र प्रकाश खोखावत, ललिता सिंघवी, शशि चवाण, शशि मेहता, सीमा पोरवाल ,कमलेश बम्ब, अनिल पोरवाल का उल्लेखनीय सहयोग रहा। चावल के दाने पर नवकार मंत्र,पीपल पत्ते पर भगवान महावीर रहा आकर्षण का केन्द्र चावल के दाने पर सम्पूर्ण नवकार महामंत्र, व पीपल के पत्ते पर भगवान महावीर का चित्रांकन बना युथ के लिए आकर्षण का केन्द्र, युवाओं ने देखकर कहा- ऐसा पहली बार देखा है। तीन बजे बाद भी आते रहे दर्शक
तीन बजे समाप्ति समय के बाद भी दर्शकों का आवागमन रहा, लोगो की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए समय एक घंटा आगे बढाया गया।
ऑस्ट्रिया से पहुँचे हॉला दम्पती
प्रदर्शनी को देखने ऑस्ट्रिया से माथियास, बेल्युनर हॉला फादर देवप्रसाद गणावा विशय के निर्देशन में पहुँचे।