उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को उदयपुर यात्रा पर रहे। मुख्यमंत्री अपराह्न में हेलीकॉप्टर से उदयपुर के रेल्वे ट्रेनिंग स्कूल स्थित हेलीपेड पर पहुंचे जहां जनजाति कलाकारों के गैर नृत्य से रंगारंग स्वागत से वे अभिभूत हो उठे। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत अपराह्न में मानगढ़ से सीधे ही उदयपुर के रेलवे ट्रेनिंग स्कूल परिसर में बने हेलीपैड पर पहुंचे तो यहां उतरते ही जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने उनका स्वागत किया। कुछ ही कदम चलने पर जनजाति कलाकारों ने आकर्षक वेशभूषा में परंपरागत वाद्ययंत्रों की स्वर लहरियों के साथ नृत्य करते हुए मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने हेलीपेड स्थल पर ही इस अंचल में होली के परंपरागत गैर नृत्य को करते कलाकारों को देखा तो वे अभिभूत हो उठे। परंपरागत जनजाति वाद्य ढोल, कुंडी व थाली की ताल पर डांडियों के साथ थिरकते संभाग के दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों को देखकर मुख्यमंत्री भी खुद को नहीं रोक सके एवं डांडिये थाम कर कलाकारों के साथ नृत्य किया। थोड़ी देर गैर नृत्य करने के बाद मुख्यमंत्री ने ढोल पर भी ताल देकर कलाकारों को प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कलाकारों की हौंसलअफज़ाई करने के लिए उनके साथ फोटो भी खिंचवाया। इस दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कलाकारों के साथ नृत्य किया।
दिवंगत श्री कन्हैयालाल के पुत्रों से मिले
रेल्वे ट्रेनिंग हेलीपेड से प्रस्थान कर मुख्यमंत्री सर्किट हाउस पहुंचे जहां हाल ही में उदयपुर की नृशंस घटना में दिवंगत हुए कन्हैयालाल तेली के दोनों पुत्रों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और राज्य सरकार की ओर से दोनों को सरकारी नौकरी दिए जाने पर आभार जताया।
मुख्यमंत्री ने दोनों पुत्रों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है। उन्हें किसी भी प्रकार से डरने की जरूरत नहीं है। दोषियों को उनके किए कृत्यों की सख्त से सख्त सजा मिलेगी। दोनों पुत्रों ने परिवारजनों की तरफ से भी राज्य सरकार द्वारा इस मामले में दिए गए सहयोग का आभार जताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में पहुंचे आमजनों की परिवेदनाओं को भी सुना और उनकी समस्याओं को सुनकर उनके समाधान के निर्देश दिए। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि और शहरवासी मौजूद थे। इसके बाद मुख्यमंत्री उदयपुर रेलवे ट्रेनिंग हेलीपैड से भींडर के लिए प्रस्थान कर गए।