उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे हैदराबाद में सम्पन्न हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के अगले दिन हैदराबाद से सोमवार को उदयपुर पहुँची और निर्मम हत्या का शिकार हुए कन्हैया लाल के परिजनों से मिली।उसकी पत्नी को गले से लगाया और भावुक हो गई।मृतक की पत्नी ने उनसे कहा कि यदि उनके पति को सुरक्षा मिल जाती तो आज मेरी माँग में सिंदूर होता।
राजे ने कहा है कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री तो हैं ही,साथ में गृह मंत्री भी हैं।जो अपनी जिम्मेदारी को तो समझते नहीं,उल्टा हर मामले को प्रधानमंत्री मोदी जी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी पर डालने का जबरन प्रयास करते हैं।जबकि दिल झकझोर देने वाली इस घटना के बाद आज प्रदेश में आतंक व भय का माहौल है।लोगो में ख़ौफ़ और असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है। ऐसे वातावरण को उत्तरप्रदेश प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी ख़त्म कर वहाँ शांति स्थापित सकते हैं,पर गहलोत राजस्थान में नहीं।यहाँ तो पूरी तरह से इंटेलीजेंस फल्योर है।
उन्होंने कहा कि रोज़ मेहनत करके परिवार का पेट पालने वाले कन्हैया लाल को गहलोत सरकार से सुरक्षा मिल जाती तो उनकी हत्या नहीं होती।पूरी तरह से कन्हैया लाल टेलर की हत्या की ज़िम्मेदार राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार है।यदि कोई भी सरकार प्रदेश के नागरिक को माँगने पर भी सुरक्षा उपलब्ध नहीं करा सकती,तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं है।
श्रीमती राजे ने कहा कि गहलोत कहते हैं कि हर गलती क़ीमत माँगती है।अब वे ही बताएँ कि उनकी सरकार ने जो गलती कि है उसकी क्या क़ीमत है? इस मामले की गहन जाँच और आरोपियों को फाँसी की सजा होनी चाहिए।