उदयपुर। पिछले कुछ दशकों के दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में जबरदस्त और अभूतपूर्व विकास देखने को मिला है और फिलहाल भारत के कुल जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 9 फीसदी है। सरकार की तरफ से बढ़ते निवेश और लॉकडाउन के बाद कंस्ट्रक्शन सेक्टर (निर्माण क्षेत्र) में काम शुरू होने के बाद इस इंडस्ट्री के वर्ष 2020 से वर्ष 2025 के बीच 7 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) की दर से आगे बढऩे की उम्मीद है। केंद्रीय बजट 2021 में मिले सर्वाधिक आवंटन की वजह से सडक़ और परिवहन क्षेत्र को गति मिली है। देश में सडक़ और राजमार्गों का निर्माण किसी भी देश में हो रहे विकास को मापने का एक निरपेक्ष मानदंड है और इसी क्षेत्र की सर्वाधिक बड़ी कंपनियों में से एक है राजस्थान की कंपनी जी.आर. इंफ्राप्रोजेक्ट्स लि.।
जी. आर. इंफ्राप्रोजेक्ट्स लि. की स्थापना वर्ष 1965 में हुई थी और यह भारत की अग्रणी कंस्ट्रक्शन कंपनियों में से एक है। पिछले 15 सालों के दौरान कंपनी भारत के 19 राज्यों में 89 प्रोजेक्ट्स (परियोजनाओं) को पूरा किया है और कंपनी की इस सफल यात्रा में टाटा मोटर्स के वाहनों की अहम भूमिका रही है। जी. आर. इंफ्राप्रोजेक्ट्स के पास करीब 900 टिपर्स, 300 रेडी मिक्स कंक्रीट (आरएमसी) मिक्सर्स, 250 वाटर टैंकर, 200 यूटिलिटी व्हीकल, 100 ट्रैक्टर ट्रेलर्स और 400 अतिरिक्त वाहन हैं जिसका इस्तेमाल अन्य निर्माण गतिविधियों के लिए जरूरी परिवहन में होता है। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष में सालाना कारोबार 9500 करोड़ रुपये का रहा और फिलहाल कंपनी के पास करीब 20,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है, जिसे पूरा किया जाना है।
कंपनी के डायरेक्टर (मैकेनिकल) देवकीनंदन अग्रवाल इस सफलता का बड़ा श्रेय टाटा मोटर्स के ट्रकों को देते हैं और मानते हैं कंपनी के संचालन में इन वाहनों की विश्वसनीयता और ताकत की भूमिका अहम रही है। उन्होंने कहा, ‘जी. आर. इंफ्राप्रोजेक्ट्स टाटा मोटर्स के साथ पिछले पांच से अधिक दशकों से जुड़ा रहा है और इसकी भूमिका हमारी निर्माण गतिविधि में जबरदस्त रही है। टाटा मोटर्स के ट्रक हमारी कंपनी के परिचालन का मुख्य स्तंभ है।
टाटा मोटर्स के ट्रकों की गुणवत्ता और बिक्री बाद दी जाने वाली प्रभावी और मजबूत सर्विस की वजह से हमारे ग्रोथ को गति मिली है। टाटा मोटर्स के ट्रक शानदार तकनीक से लैस होते हैं, जिसमें मौजूद आधुनिक टेलीमैटिक सिस्टम, ट्रैंक एंड ट्रेस जैसी सुविधा, ट्रिप प्लेबैक, जियो फेंसिंग और ड्राइवर के गतिविधियों की निगरानी की सुविधा से उत्पादकता और क्षमता में इजाफा होता है। टाटा मोटर्स की पहलें जैसे टाटा समर्थ प्रोग्राम ड्राइवरों और उनके परिवार वालों के लिए बेहद लाभदायक रही है और ड्राइवरों के समुदाय ने इस पहल का जोरदार स्वागत किया है। टाटा मोटर्स के उन्नत इंजीनियर्ड प्रॉडक्ट्स, उच्च गुणवत्ता वाली आफ्टरसेल्स सर्विस और ग्राहकों को सहयोग दिए जाने की प्रतिबद्धता जी.आर. इंफ्राप्रोजेक्ट्स जैसी उद्योग-अग्रणी कंपनियों के लिए मुख्य घटक रहे हैं जिनके दम पर यह कंपनियां टाटा मोटर्स के वाहनों पर भरोसा करती हैं और उन पर निर्भर हैं। टाटा मोटर्स की जी. आर. इंफ्राप्रोजेक्ट्स के साथ भागीदारी समय के साथ और मजबूत होगी और इससे दोनों ही कंपनियों को पारस्परिक लाभ और सफलता की नई ऊंचाई छूने में मदद मिलेगी।